इनेलो का बसपा के साथ हुए गठबंधन को खिसकते जनाधार को बचाने का जरिया :-अशोक बुवानीवाला

चंडीगढ़( विनोद वैष्णव )। हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अशोक बुवानीवाला ने इनेलो का बसपा के साथ हुए गठबंधन को खिसकते जनाधार को बचाने का जरिया मात्र बताया है। उन्होंने कहा कि इनेलो के पास हतोत्साहित कार्यकर्ताओं को रोकने का ओर कोई चारा नहीं बचा था। इनेलो कार्यकर्ता भारी संख्या में कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं या अन्य कोई ठिकाने धुंध रहे हैं। इसलिए इनेलो ने लोकसभा चुनाव तक कार्यकर्ताओं को साथ बनाऐं रखने के लिए ये पैंतरा चला है। बुवानीवाला ने कहा कि इस तरह के पैंतरे आम जनता समझ चुकी है। अब इनेलो बीते दिनों की पार्टी बनकर रह गई है। इनेलो के पास न तो कोई नेता है और न ही कोई नीति। जनाधार निरंतर खिसकता जा रहा है। इनेलो नेता झूठी उम्मीद देकर कार्यकर्ताओं को बहकाने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेसी नेता ने कहा कि बसपा के साथ इनेलो का गठबंधन पूरी तरह बेतुका व अप्राकृतिक है क्योंकि दोनों दल अलग-अलग विचारधारा पर चलते हैं जो दोनों ही सत्ता की भूख को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि डेढ़ दशक पहले भी इस तरह के गठबंधन का प्रयोग असफल हो चुका है। बुवानीवाला ने इनेलो द्वारा एसवाईएल के मुद्दें पर की जा रही दोगली नीति पर बोलते हुए कहा कि सत्ता में रहकर पंजाब से बादल प्रेम दिखाते रहें और अब विपक्ष में रहकर झूठे फावड़ें मिट्टी में चलाकर वोट तलाशने का प्रयास कर रहे हैं। बुवानीवाला ने इनेलो को ड्रामेबाज पार्टी बताते हुए कहा कि वह भाजपा की ‘बी’ पार्टी है। बुवानीवाला ने कहा कि पिछले 14 वर्षों से सत्ता का वनवास काट रही इनेलो वापिसी की राह तलाश रही हैं। परन्तु जगजाहिर है कि आने वाले समय में कांग्रेस सत्ता हासिल करेंगी। हरियाणा में सत्तर से अधिक सीटों पर कांग्रेस विजयी हो रही है। इसलिए इनेलो बसपा के साथ समझौता करके अपने कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव तक लुभाएं रखना चाहती है।

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