जलयुद्ध तो तब होगा जब पानी बचेगा : सीबी शर्मा

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) : अगला विश्वयुद्ध जल के लिए होगा, लेकिन जल युद्ध तो तब होगा जब पानी बचेगा। आज के हालात के अनुसार तो जल बचेगा ही नहीं। अत: इस तरह की स्थिति आने से पहले हमें बचना होगा और अपना स्वय जीवन को भी बचाना है अत: हमें इस विषय पर आगे बढ़कर काम करना होगा। यह विचार ग्रीन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा बालाजी कालेज में आयोजित दो दिवसीय जल एवं शान्ति अधिवेशन के शुभारंभ अवसर पर एनआईओएस के चैयरमैन सीबी शर्मा ने कहे। कार्यक्रम में प्रो संतोष पांडा चैयरमेन एनसीटीई,प्रदीप कासनी आईएएस, ज्ञानेंद्र रावत पर्यावरण वैज्ञानिक, प्रो सुबोध नंदन शर्मा पर्यावरण वैज्ञानिक, प्रो अरविंद गुप्ता वाईएमसीए यूनिवर्सिटी, रमेश चंद शर्मा गांधी शांति प्रतिष्ठान ,महेंद्र सांगवान चरखी दादरी ,मो इब्राहीम मेवात ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। सीबी शर्मा ने बताया कि धीरे धीरे हम लोग पानी को बर्बाद करते हुए सूखे के नजदीक पहुंचते जा रहे हैं। कार्यक्रम के समापन अवसर पर आईएएस प्रदीप कासनी ने अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि पानी के ऊपर सरकार सिर्फ राजनीति करती आई हैं और कोई भी भी ठोस कदम नहीं उठाया जाता है केवल भ्रष्टाचार के रास्ते निकाले जाते है इसमें हम सभी को मिलकर काम करना होगा। ज्ञानेंद्र रावत ने बताया किस तरह से झील और तालाब को पाट कर उन पर मकान बना दिए गए है उन सभी स्थान पर अब पानी का प्राकृतिक रास्ता बंद हो चुका है। अब कभी भी भारी वृषा की वजह से बाढ के हालत पैदा हो जाते है। झील तालाब के समाप्त होने के कारण अब पानी के स्त्रोत भी समाप्त हो गए है। इस कार्यक्रम के आयोजन कर्ता ग्रीन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक जगदीश चौधरी ने बताया कि किस तरह पिछले कुछ वर्षों में फरीदाबाद की शान और पानी का एक बड़ा स्रोत बडखल झील किस तरह सूख गई और धीरे धीरे एक मृत झील बन गई। आज यह पर्यटन के नक्शे से बाहर हो गई है हमें इस पर मिल जुल कर काम करना होगा और सरकार से आग्रह करना होगा कि इसके लिए एक बोर्ड का निर्माण करें जो इसके पुनरुद्धार पर काम करे। इस अवसर पर विकेश बैनीवाल ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर राजेश खुशदिल, रविन्द्र फौजदार, राजेश सैन, अश्विनी कुमार, राम, रणधीर अत्री आदि समेत सैंकड़ो लोग उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *