अधिकारेां का मेला में स्कूलों को तंबाकू मुक्त बनाने पर हुई चर्चा

Posted by: | Posted on: September 1, 2018
पलवल( विनोद वैष्णव )। हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शुक्रवार को एमवीएन विश्वविद्यालय में सुबह आठ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक चले अधिकारों का मेला में जिलेभर के प्रधानाचार्य, शिक्षकों , ब्लाॅक शिक्षा अधिकारियेां ने स्कूलों को तंबाकू मुक्त बनाने पर चर्चा की। इस दौरान संबध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ), फोर्टिस फाउंडेशन की और से तंबाकू के दुष्प्रभाव पर स्टाॅल लगाई गई। हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस अजय कुमार मितल ने मेले में तंबाकू के दुष्परिणाम पर लगी स्टाॅल का अवलोकन कर जानकारी ली।
इससे पूर्व जिलेभर के शिक्षकेंा, ब्लाॅक शिक्षा अधिकारियेां को तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थानों के लिए जानकारी दते हुए संबध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) के डा.सोमिल रस्तौगी ने बताया कि हरियाणा में शिक्षण संस्थाअेां  को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें पुलिस, शिक्षक वर्ग व शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षण संस्थाअेां के आस पास एक सौ गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध है। इसलिए जिलेभर के शिक्षण संस्थाअेां  को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए कोटपा अधिनियम की जानकारी दी गई।
उन्होेने बताया कि युवा वर्ग को जो कि तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादेां का उपयोग किसी न किसी रुप में करते है जो कि इनके विकास में भी बाधक है। ये नशे शारीरिक व मानसिक रुप से बड़ा प्रभाव डालते है। इसलिए युवाओं को इससे दूर रहना चाहिए।
डा. रस्तौगी ने कहा कि वर्तमान में सबड़े बड़ा चैलेंज पेसिव स्मोकिंग है। पेसिव स्मोकिंग किस तरह से आपकी जिंदगी को प्रभावित करती है इस पर भी जानकारी दी। सभी को स्वस्थ वातावरण और स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार है। इसलिए जो लेाग सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करतें है, उससे पर्यावरण दूषित हेाता है और जबकि नाॅन स्मोकर को भी स्वच्छ हवा लेने का संवैधानिक अधिकार है, इसलिए हम सभी का मौलिक कर्तव्य है कि उनके अधिकारों का हनन नही हो। इसके लिए सभी को मिलकर सामूहिक रुप से प्रयास करनें होंगे, तभी सभी को स्वच्छ वातावरण मिल पायेगा।
19.7 प्रतिशत लोग करतें है धूम्रपान
डॉ. सोमिल रस्तोगी ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 19.7 फीसदी लोग हुक्का, बीड़ी व सिगरेट का सेवन करते हैं। धूम्रपान की वजह से नोन-स्मोकर पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। गंभीर चिंतन का विषय ये है कि इनमें से 10 फीसदी लोग वे हैं जो धूम्रपान नहीं करते हैं, लेकिन बीड़ी-सिगरेट पीने वाले के संपर्क में रहने के कारण रोगग्रस्त होकर मौत का शिकार हो जाते हैं।
हरियाणा में 47 लाख तंबाकू यूजर, 28 हजार की सालाना मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा प्रदेश में करीब 47 लाख लोग किसी न किसी रूप में तम्बाकू का उपयोग करते हैं। इनमें से 39 लाख लोग धु्रमपान (बीड़ी व सिगरेट) का सेवन करते हैं। तम्बाकू जनित पदार्थों के उपयोग से कैंसर सहित विभिन्न तरह की बीमारियों से ग्रसित होने के कारण प्रदेश में सालाना अनुमानित 28 हजार लोगों की मौत हो जाती है। वहीं, लगभग 116 बच्चे रोजाना तम्बाकू पदार्थों का सेवन शुरु करते हैं।
तंबाकू छुड़ाने की हैल्पलाइन के प्रति रुझान
अधिकारों का मेला में तंबाकू के दुष्प्रभाव पर लगी स्टाॅल पर युवाअेां ने सचित्र चेतावनी व इस पर छपी हैल्प लाईन के बारे में जानकारी हासिल की। जिसमें उन्हे बताया गया कि इस हैल्पलाइन पर काल करके  तंबाकू छुड़ाने की जानकारी लेकर आप अपना जीवन सफल बना सकते है। यंहा पर सभी तरह की जानकारियां मिल रही है। जिले के युवाअेां ने इस स्टाॅल पर तंबाकू के कई रुपों से होने वाले नुकसान की जानकारी ली।




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