फरीदाबाद Vinod Vaishnav । एक तरफ 31 दिसबंर को पूरा देश नये साल के आगमन की खुशी में जश्र मना रहा था तो वहीं दूसरी तरफ पडौसी देश पाकिस्तान ने बार्डर पर तैनात जवानों पर हमला कर दिया, जिसमें हम लोगों की रक्षा के लिये तैनात 5 जवान शहीद हो गये, शहीदों की आत्मा की शांति और दुख की घडी में परिवारों को साहस देने लिये फरीदाबाद के सैक्टर 16 ए स्थिति अदभुतधाम हनुमान मंदिर में साल के पहले मंगलवार को देर रात तक सुंदरकांड पाठ किया गया, जिसमें सैंकडों भक्तों ने शहीद हुए जवानों को श्रंद्वाजली दी और उनकी आत्मशांति के लिये प्रार्थना की और मंदिर में जमकर भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाये।
नये साल के पहले मंगलवार को भक्तजन और आचार्य भक्ति में डूबे हुए दिखाई दिये, इन्होंने अपने लिये भगवान से कुछ मांगने के लिये सर्दी भरी रात में भजन कीर्तन नहीं किया बल्कि सिर्फ और सिर्फ प्रभु से उन शहीदों की आत्मशांति के लिये प्रर्थना की, जो हमारी और हमारे देश की रक्षा करते हुए बार्डर पर शहीद हो गये। जी हां, फरीदाबाद के सैक्टर 16 ए स्थिति अदभुतधाम हनुमान मंदिर में साल के पहले मंगलवार को देर रात तक सुंदरकांड पाठ किया गया, जिसमें सैंकडों भक्तों ने आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रंद्वाजली दी और उनकी आत्मशांति के लिये प्रार्थना की। बता दें कि 31 दिसंबर को जब पूरा देश नये साल के स्वागत में जश्र मना रहा था तब बार्डर पर सर्द भरी रात में हमारे देश और हम लोगों की रक्षा के लिये जवान तैनात थे उसी वक्त आतंकियों ने जवानों पर हमला किया जिसमें 5 जवान वीरगति को प्राप्त हो गये। जिनके परिवारों को इस दुख की घडी में साहस देने और शहीदों की आत्मशांति के लिये सैंकडों भक्तों ने घंटों सुंदरपाठ किया और प्रभु से प्रार्थना की। सुंदरकांड पाठ के बाद सभी भक्तजनों ने प्रसाद भी ग्रहण किया।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए अदभुतधाम हनुमान मंदिर के महंत आचार्य लक्ष्मीनारायण महाराज ने बताया कि नये साल के पहले मंगलवार को उन्होंने शहीदों को समर्पित करते हुए सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया, जिसमें प्रभु की वंदना की गई और शहीदों की आत्मशांति की प्रार्थना भी की गई। इस दौरान आचार्य ने सभी शहीदों की शाहदत को नतमस्तक किया और कहा कि हमारो देश में वीरों की कमी नहीं हैं एक न एक दिन हमारा देश विश्वगुरू बनकर रहेगा। शहीदों को समर्पित किये गये इस सुंदरकांड पाठ में महंत श्री लक्ष्मीनारायण जी महाराज, आचार्य श्री उमाशंकर मिश्रा, प0 मोहित शास्त्री, प हेमंत भारद्वाज, प रवि शर्मा, सतेन्द्र तिवारी, विवेक शास्त्री, अनिल पाण्डेय, पंकज मिश्रा सहित सैंकडों भक्तजन मौजूद रहे।