दिल्ली /फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) | वरिष्ठ समाजसेवी योगेंदर सिंह अत्री ने फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर से अपील की , आज फरीदाबाद के निजी कारखानों में काम करने वाले हज़ारों मज़दूर ज्यादा मज़दूरी कमाने के चक्कर में रोजाना दिल्ली जाता है. क्यूंकि 6 किलोमीटर जाने से उस मज़दूर को 6000 रूपए अधिक मिलेगा. क्यूंकि हरियाणा का आज वर्तमान में न्यूनतम मज़दूरी 8827/- प्रतिमाह है और दिल्ली में 14000/- प्रतिमाह न्यूनतम वेतन दिया जाता है. जबकी सन 2007 में हरियाणा में 3510/- रूपए प्रतिमाह और दिल्ली में 3516/- रूपए दोनों राज्यों में सामान न्यूनतम वेतन था लेकिन पिछले गत वर्षों में दोनों राज्यों के न्यूनतम मज़दूरी में बहुत बड़ा अंतराल आ गया है. मेरा हरियाणा सरकार और फरीदाबाद सांसद कृष्णपाल गुर्जर से अनुरोध है की महंगाई को देखते हुए फरीदाबाद के मज़दूरों को भी दिल्ली के मज़दूरों के बराबर न्यूनतम मज़दूरी देने की दिशा में कार्य करें जिससे मज़दूर वर्ग का भला होगा और आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार को मज़दूरों का साथ मिलेगा
वरिष्ठ समाजसेवी योगेंदर सिंह अत्री ने सरकार से भी दिल्ली की तर्ज पर वेतन देने की मांग की और कहा की अगर हमारे देश “यूनिवर्सल मज़दूरी” यानी सभी राज्यों का न्यूनतम मज़दूरी/वेतन अगर समान होगा तो एक राज्य से दूसरे राज्य में होने वाला मज़दूरों के पलायन में भारी संख्या में कमी आएगी और देश के विकास नयी गति मिलेगी।