गुरुग्राम( विनोद वैष्णव ) | यह जरूरी है कि हर व्यक्ति को शिक्षित होना चाहिए। शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती। फिर भी बच्चों को जब हम शिक्षा देते हैं तो उन्हें शिक्षा के साथ संस्कार भी दें, ताकि वे सफल व्यक्ति बनने के साथ संस्कारी भी बनें। मुख्य अतिथि मिसेज हरियाणा 2019 स्नेहा वर्मा ने गुरुकुल में शिक्षकों व बच्चों को संबोधित करते हुए कही।
स्नेहा वर्मा ने कहा कि बालक के चहुंमुखी विकास के लिए सर्वप्रथम आवश्यक तत्व हैं। संगोष्ठी में बताया गया कि किस प्रकार अभिभावकों तथा शिक्षकों के सकारात्मक सहयोग से समाज को एक न केवल सफल मानव प्रदान किया जाए, बल्कि कैसे एक अच्छा, सच्चा, सकारात्मकता से परिपूर्ण, संस्कारों तथा संस्कृति का मान रखने वाले एक नागरिक की रचना की जाए। स्नेहा वर्मा ने कहा कि वास्तव में मानव की रचना गर्भ में माता के द्वारा तथा समाज में संस्कारों के द्वारा की जाती है । जो उसे अपने परिवार तथा समाज से मिलते हैं। जो न केवल अपने परिवार के कल्याण तथा उत्थान के लिए कार्यरत रहे। बल्कि अपने देश, देशवासियों तथा सर्वस्व संसार के लिए सद्भावना, सम्मान, सहानुभूति, प्रेम, सकारात्मकता तथा ऊर्जा से परिपूर्ण हों। अपने आप को मानव जाति पर न्यौछावर होने को तत्पर रहे।
इस मौके पर स्नेहा वर्माने कहा कि आज समाज में बहुत सी बुराइयां फैली हुई हैं। बच्चों को बुराइयां से दूर रखने के लिए अच्छाई का ज्ञान कराना भी जरूरी है। बच्चे देश के भविष्य निर्माता हैं। उनका निर्माण इस तरह से किया जाए कि वे देश के विकास में अपना अहम योगदान दे सकें। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को शिक्षा के प्रति कोई तनाव न देकर उन्हें घर में ऐसा माहौल दें। जिससे कि वे शिक्षा को बोझ न समझें। गुरुकुल में इस तरह का माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है।
गुड़गांव विकास मंच के प्रवक्ता अजय शर्मा ने कहा कि बच्चे कच्चे घड़े के समान होते हैं। उन्हें हम जैसी शिक्षा देंगें वैसी वे ग्रहण करेंगें। इसलिए हर शिक्षक यह प्रयास रहे कि वे बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ संस्कृति का भी ज्ञान कराएं। इस मौके पर हवन यज्ञ किया गया। उन्होंने सभी मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना भी की, गौशाला में मैं चल रहे कार्यों की समीक्षा की और तारीफ भी की। इस अवसर पर स्नेहा वर्मा के पति अमित वर्मा, गौशाला के मुख्य पुजारी पंडित कृष्ण कुमार मुरारी शास्त्री, गुड़गांव विकास मंच के प्रवक्ता अजय शर्मा, बलजीत यादव , मनोहर यादव , सोनी जी ,बिंदेश भारती, डॉ लोकेश अब्रॉल सहित बड़ी संख्या में बच्चे व अध्यापिकाऐ मौजूद थी।