नवी मुंबई (रूबी सिंह ) | आज की तेज रफ्तार जिंदगी में योग का बहुत महत्व है।पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया।जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी जी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसके बाद 21 जून को
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया।विद्यालयों ने भी इसके महत्व को समझा है।21 जून 2015 को जयपुरियार स्कूल, सानपाडा में पॉचवे योग दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम सुबह प्रार्थना सभा में पी0 टी0 अध्यापक ने सभी छात्रों को योग का महत्व बताया।उन्होंने कहा कि योग सही ढंग से जीवन जीने का साधन है।योग परंपरा हमारे यहॉ प्राचीन काल से चली आ रही है।योग हमारे शरीर को स्वस्थ र ने के साथ–साथ अनेक रोगों को भी दूर करता है।इसके बाद कक्षा छ से नौ तक के बच्चों को योग का अभ्यास करवाया गया जिसमें विभिन्न आसनों का अभ्यास करवाया गया।ततपश्चात कक्षा छ से नौ के छात्रों ने प्राथमिक एवं पूर्व प्राथमिक कक्षा के छात्रों के समक्ष योग का प्रदर्शन किया एवं उन्हें योग करवाया।जयपुरियार विद्यालय द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय है।जयपुरियार विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ0 रश्मि साहा ने कहा कि,यह छात्रों में योग के प्रति जाग्रति पैदा करेगा तथा उन्हें एक स्वस्थ एवं निरोगी जीवन जीने में सहायक होगा।”