जेजेपी ने श्रद्धाभाव से जननायक चौ. देवीलाल जी को याद करके मनाई उनकी 106वीं जयंती

सिरसा (विनोद वैष्णव / दीपक शर्मा)| देशभर में जननायक स्व. चौधरी देवी लाल जी की 106वीं जयंती को जननायक सेवा दल, जननायक जनता पार्टी और इनसो ने पूरे श्रद्धाभाव से मनाया। जेजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने दिल्ली स्थित संघर्ष स्थल जाकर ताऊ देवीलाल जी की समाधि पर पुष्प अर्पित करके उन्हें नमन किया और उनके दिखाये रस्ते पर चलने का प्रण लिया। इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ऐसे महान पुरुष के दिखाए हुए रास्ते पर निरंतर निस्वार्थ भाव से प्रदेश के हित में वे संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंन कहा कि जननायक चौधरी देवीलाल जी की कल्याणकारी नीतियों की वजह से देशभर में सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में बदलाव की क्रांति आई। उन्होंने कहा कि सत्ता कभी उन पर हावी नहीं हो सकी, जनकल्याण के लिए वे हमेशा समर्पित रहे और उनके द्वारा लागू की गई नीतियों का पूरे देश में अनुसरण किया गया।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि स्व. चौधरी देवीलाल जन-जन के जननायक हैं। उन्होंने कहा कि आज उनकी नीतियों और सोच के चलते पूरा देश उन्हें श्रद्धा-भाव से किसान, मजूदर व कमेरे वर्ग के मसीहा के रूप में याद करता हैं। साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि आज की युवा पीढ़ी को चौधरी देवीलाल जी के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंतराम तंवर, जननायक सेवादल के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिनेश डागर, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश सेहरावत, प्रधान महासचिव हेम चन्दर भट्ट, सचिव प्रदीप शौकीन, मुकेश बागड़ी, सरोज बामल आदि उपस्थित थे। वहीं सिरसा के चौधरी देवीलाल पार्क में जेजेपी की वरिष्ठ नेत्री नैना सिंह चौटाला और जेजेपी नेता दिग्विजय सिंह चौटाला सहित पार्टी पदाधिकारियों ने चौधरी देवीलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। इस दौरान दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि चौधरी देवीलाल महज एक परिवार के नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग के प्रणेता थे। उन्होंने ताऊ के संघर्ष के बारे में बताया कि बाल्यावस्था में ही देश की आजादी की धुन उन पर सवार थी और यही कारण था कि वे बचपन में ही देश की आजादी के संघर्ष में कूद गए और इस संघर्ष में वे कई बार जेल भी गए।उन्होंने कहा कि वे देश की आजादी के संघर्ष में शहीद भगत सिंह के भी सहयोगी रहे। दिग्विजय ने कहा कि चौधरी देवीलाल ने ताउम्र कमजोर वर्ग की बुलंद आवाज बनकर व किसानों के उत्थान के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाकर देश में इन वर्गों को समृद्ध बनाने की ओर लगातार कदम उठाते रहे। चौटाला ने कहा कि अपने समय में उन्होंने जिस प्रकार खेतों में जमींदारों के तहत काम करने मुजाहरों के कल्याण के लिए आंदोलन छेड़ा और उसी आंदोलन का प्रतिफल यह था कि मुजाहरों को उनकी मेहनत का फल मिला। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग को ऐसी महान आत्मा की जयंती अवश्य मनानी चाहिए क्योंकि उनके जीवन संघर्षों से ही युवाओं को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मूल्य व आदर्श प्राप्त होंगे।

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