कार्तिक्ये राठी एवं केशव भड़ाना ने अपनी 6 सदस्य की टीम के साथ बनाया भारत का पहला ” साइबर वॉच ” मल्टीप्लेयर गेम

Posted by: | Posted on: January 6, 2020

फरीदाबाद /मेरठ (विनोद वैष्णव ) | केवी सिख लाइंस के कक्षा ग्यारहवीं के कॉमर्स के छात्र कार्तिकेय राठी एवं केशव भड़ाना ने एक बार फिर से कमाल कर दिखाया |इस बार उसने मल्टीप्लेयर गेम” साइबर वॉच ” के नाम से बनाया है जो एक साथ कई लोगों के बीच में खेला जा सकता है | खास बात यह है कि इस गेम को एक समय में कई जगहों से खेल सकते हैं अभी इस गेम में प्लेयर्स की लिमिट 28 तक की गई है लेकिन यह लिमिट बढ़ाने की तैयारी भी चल रही है केवी सिख लाइंस में शनिवार को कार्तिकेय राठी ने अपने गेम के बारे में प्रधानाचार्य नवल सिंह और शिक्षिका सिम्मी सिंह को जानकारी दी इस उपलब्धि पर स्कूल में कार्तिकेय की पूरी टीम की सराहना की गई वहीं बातचीत के दौरान कार्तिकेय ने अपनी टीम के साथ बताया किस गेम को बनाने में लगभग 9 महीने लगे और यह वर्ल्ड में ऑनलाइन खेला जा सकता है अभी कुछ दिनों बाद इसकी लॉन्चिंग भी कराई जाएगी कार्तिकेय का अपना खुद का गेमिंग चैनल भी है जोकि G &J STUDIOS के नाम से है |


” केशव भड़ाना “का सपना हे की वह अपनी जन्मभूमि गॉव पावटा जिला फरीदबाद का नाम पुरे प्रदेश , देश में बल्कि पुरे विश्व के रोशन करें | जब न्यूज़ 21 टीवी की टीम ने उनसे उनके बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया की मेरे पिता सेना में देश की सेवा कर फरीदबाद एवं मेरठ का नाम रोशन कर चुके है | उन्ही से प्रेरणा लेकर में भी देश की सेवा कुछ इस तरह करना चाहता हु |
कार्तिकेय राठी एवं केशव भड़ाना एवं उनकी टीम ने सयुंक्त रूप से मिडिया से रूबरू होते हुए बताया की यह गेम टीम वर्क है ,इसमें मुख्यरूप से हमारे माँ -बाप ,स्कूल स्टाफ एवं दोस्तों का खास सहयोग रहा |

भारत में गेमिंग के बिजनेस को डेवलप करना चाहता है कार्तिकेय कार्तिकेय पिता पदम सिंह राठी बीएसएफ में तैनात हैं और कार्तिकेय को बर्लिन में भी कई करोड़ रुपए का बुलावा आ चुका है लेकिन वह भारत में एक गेम को बहुत बड़ा बिजनेस खड़ा करना चाहता है कार्तिकेय का उद्देश्य है कि वह बड़ा बिजनेस खड़ा कर भारत को भी एक पहचान दिलाई और युवाओं को भी रोजगार के अवसर दे साथी कार्तिकेय ने अपने साथ पूरी टीम अंश ,केशव भड़ाना , प्रदीप आशीष और रितिक की भी सराहना की |


कार्तिकेय को बचपन से ही लैपटॉप पर गेम खेलने का शौक था और खेलते खेलते सबसे पहले बैटल ऑफ बैलून गेम बनाया जो कई माह तक चला बताया कि उस गेम में कुछ हैकरस ने समस्या भी कर दी थी | इससे डाटा चोरी पासवर्ड आदि चोरी होने का खतरा था तो उसे तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया गया कुछ समय के लिए बंद है बताया कि बहुत से सामान ऐसे भी हैं जो यहां पर नहीं मिलते ने बाहर से मंगवाया जाता है और जिस कंप्यूटर पर यह गेम तैयार किया गया उस कंप्यूटर की कीमत लगभग ढाई से 3 लाख की है इस बारे में जब स्कूल की अध्यापिका सिम्मी भाटी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह बच्चे मेरे पास अपनी हॉबी के रूप में गेम को बता रहे थे लेकिन मैंने कहा कि गेम तो सभी खेलते हैं लेकिन बड़ी बात तब जब कोई गेम बनाकर के दिखाओ तो वही बात इन बच्चो के दिमाग में आई | आज पूरी दुनिया के सामने गेम इन्होने लांच किया है |





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