फ़रीदाबाद भारत के उतरी प्रांत हरियाणा प्रदेश का प्रमुख शहर है। यह फ़रीदाबाद जिले में आता है। इसे 1804
में , जहांगीर के खजांची ने बनवाया था। उनका मकसद यहां से गुजरने वाले राजमार्ग की रक्षा करना था। यह दिल्ली से 25 किलोमीटर दक्षिण मे स्थित है।
15 अगस्त 1979 में यह हरियाणा का 12वां जिला बना। आज फ़रीदाबाद अपने उद्यॉगों के लिए प्रसिद्ध है। इसकी स्थापना 1607 ई. में सूफी संत शेख फरीद ने की थी। उन्होंने यहां किले और मस्जिद का निर्माण भी कराया था। समय के साथ यहां की आबादी बढ़ती गई और इसका औद्योगिकरण होता गया। अब यहां पर अनेक औद्योगिक इकाईयों की स्थापना हो चुकी है। हरियाणा की आय का 60 प्रतिशत हिस्सा फरीदाबाद से ही आता है।
यह दिल्ली से मात्र 10किमी. की दूरी पर स्थित है। सरकार ने इसे राष्ट्रीय राजधानी घोषित कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से पर्यटक आसानी से फरीदाबाद तक पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग के अलावा रेल मार्ग से भी आसानी से फरीदाबाद तक पहुंचा जा सकता है। दिल्ली-मथुरा रेल लाइन पर फरीदाबाद में रेलवे स्टेशन भी बनाया गया है। यहां आने वाले पर्यटक कहीं भी नीरसता या बोरियत महसूस नहीं करते। वह यहां पर शानदार छुट्टियां मना सकते हैं और अनेक पर्यटक स्थलों की यात्रा भी कर सकते हैं।जानिए हमारी पत्रकार सुनैना सिंह की इस खास रिपोर्ट में।
1.बाबा फरीद की कब्र –फरीदाबाद के पर्यटक स्थलो सुमार बाबा फरीद की कब्र यहां के प्रमुख लौकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक हैं। ऐसा माना जाता है कि फरीद एक लोकप्रिय सूफी संत बाबा थे और उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम फरीदाबाद रखा गया हैं। विभिन्न क्षेत्रों से इस स्थान पर आने वाले पर्यटकों की लम्बी कतार लगी रहती हैं।
2.कैम्प धौज झील-फरीदाबाद में घूमने लायक जगहों में कैम्प धौज झील एक प्रमुख आकर्षण हैं। इकोलॉज और सफारी टेंट के साथ यह शानदार कैम्प धौज झील गुड़गांव से थोड़ी ही दूरी पर स्थित हैं। पर्यटक इस झील पर आकर विभिन्न प्रकार की क्रियाकलापों के जरिए अपना मनोरंजन करते हैं।
3. श्री शिरडी साईं बाबा मंदिर –फरीदाबाद के दर्शनीय स्थलो में श्री शिरडी साईं बाबा मंदिर की अलग ही पहचान हैं। फरीदाबाद के सेक्टर 16 ए में स्थित यह मंदिर हिंदू धर्म से सम्बंधित भगवान श्री साईं बाबा को समर्पित है। साईं बाबा को बहुत ही दयालु और शक्तिशाली माना जाता था। यह मंदिर लगभग 3 एकड़ भूमि में फैला हुआ है।
4.नाहर सिंह महल हरियाणा- के फरीदाबाद जिले में बल्लभ गढ़ में स्थित है। यह किला 1739 ईस्वी के आसपास जाट राजा नहर सिंह के पूर्वजों द्वारा बनाया गया था, और जिसके बाद बल्लभ गढ़ का नाम रखा गया था, निर्माण हालांकि 1850 तक भागों में जारी रहा। यह किला राजा नाहर सिंह पैलेस के रूप में भी जाना जाता है।
यह महल अब हरियाणा पर्यटन द्वारा प्रबंधित एक विरासत संपत्ति है। इसे पुनर्निर्मित किया गया है और एक मोटल-सह-रेस्तरां में परिवर्तित किया गया है। महल विशेषज्ञों की टीम के साथ वास्तुशिल्प डिजाइन के एक उत्कृष्ट नमूने में नवीनीकृत किया गया है।
5. सूरजकुंड –हरियाणा की पर्यटन विभाग ने 1987 में शुरू किया था। तब से हर साल इन्ही दिनों ये मेला लगता है। इस मेले का मुख्य आकर्षण है कि भारत के सभी राज्यों में से सबसे अच्छा शिल्प उत्पादों को एक ही स्थान पर जहाँ आप न देख सकते बल्कि उन्हें महसूस कर सकते हैं और उन्हें खरीद भी सकते है। इस शिल्प मेले में आप सबसे अच्छे हथकरघा और देश के सभी हस्तशिल्प पा सकते हैं। साथ ही मेला मैदान के ग्रामीण परिवेश की अद्भुत रेंज आगंतुकों को आकर्षित कर रही है। ये मेला 16 फ़रवरी तक चलेगा। सूरजकुंड मेले में इस गांव के माहौल को न केवल शहर की सुविधा-निवासी गांव जीवन की एक स्वाद पाने के लिए, लेकिन यह भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खरीददारों के लिए पहुँच प्राप्त करने के शिल्पकारों में मदद करता है।
6. ब्रु एन बैरल –फरीदाबाद में ब्रु एन बैरल ऐसे लौगो के लिए एक शानदार स्थान हैं जो अपने दोस्तों और साथियों के साथ कुछ समय एकांत में बिताना चाहते हैं। इसके आसपास ठंडी बियर का आनंद लेना चाहते हैं।
7. इस्कॉन मंदिर –फरीदाबाद का दर्शनीय स्थल इस्कॉन मंदिर सेक्टर 37 में अशोक एन्क्लेव 2 में स्थित है। फरीदाबाद का यह इस्कॉन मंदिर इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस का एक हिस्सा है। जो भक्तों और पर्यटकों को जीवन के विभिन्न पहलुओं और भगवान श्री कृष्ण के बारे में शिक्षित करता है। पूरे भारत वर्ष में इस्कॉन के 20 से अधिक मंदिर बने हुए हैं। इन मंदिरों में हिन्दू धर्म के सभी त्यौहार बड़ी ही धूम धाम से मनाए जाते हैं। विशेष कर जन्माष्टमी का त्यौहार का नजारा देखने लायक होता हैं।
8. सूरजकुंड मेला- हरियाणा की पर्यटन विभाग ने 1987 में शुरू किया था। तब से हर साल इन्ही दिनों ये मेला लगता है। इस मेले का मुख्य आकर्षण है कि भारत के सभी राज्यों में से सबसे अच्छा शिल्प उत्पादों को एक ही स्थान पर जहाँ आप न देख सकते बल्कि उन्हें महसूस कर सकते हैं और उन्हें खरीद भी सकते है। इस शिल्प मेले में आप सबसे अच्छे हथकरघा और देश के सभी हस्तशिल्प पा सकते हैं। साथ ही मेला मैदान के ग्रामीण परिवेश की अद्भुत रेंज आगंतुकों को आकर्षित कर रही है। ये मेला 16 फ़रवरी तक चलेगा। सूरजकुंड मेले में इस गांव के माहौल को न केवल शहर की सुविधा-निवासी गांव जीवन की एक स्वाद पाने के लिए, लेकिन यह भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खरीददारों के लिए पहुँच प्राप्त करने के शिल्पकारों में मदद करता है।
9-अरावली गोल्फ कोर्स-की स्थापना वर्ष 1966 में की गई थी। यह फरीदाबाद का पहला गोल्फ कोर्स है और दिल्ली से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। गोल्फ कोर्स की इमारत का डिज़ाइन मशहूर वास्तुविज्ञ जोस़फ ऐलन स्टीन ने तैयार किया था और मैदानी भाग का डिज़ाइन अमरीका के स्टीफन के ने बनाया था।
10. पारसन मंदिर महर्षि –फरीदाबाद के दर्शनीय स्थलों में सुमार पारसन मंदिर महर्षि पराशर तपोभूमि के रूप में भी जाना जाता है। महर्षि पराशर को समर्पित यह पारसन मंदिर एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर यहां की खूबसूरत अरावली पहाड़ियों में स्थित है।
11. सीआईटीएम झील –फरीदाबाद में घूमने लायक जगह में शामिल सीआईटीएम झील पत्थर की खदानों में एकत्रित हुए जल से बनाई गई एक सुन्दर जल धारा हैं। यह झील यहां के स्थानीय और बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रसिद्ध पिकनिक स्थल है। झील के आसपास शांत स्थान, प्राकृतिक परिदृश्य और झील का शानदार कल्कलाता हुआ नीला पानी, प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए खूबसूरत नजारा प्रस्तुत करता हैं।
यह सभी जानकारी सोशल मीडिया से ली गयी है.