प्रेस वार्ता
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टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वाद व प्रवेश-पत्र वितरण का आयोजन किया गया

पलवल (विनोद वैष्णव ) | सैक्टर-2, पलवल स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वाद व प्रवेश-पत्र वितरण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में विद्यार्थियों का मुख्य प्रवेश द्वार से समारोह स्थल तक रेड कारपेट बिछाकर स्वागत किया गया। इस आयोजन से सभी विद्यार्थीगण गदगद दिखाई दिए।
इस दिन को अविस्मरणीय बनाने के लिए एक सेल्फी प्वाइंट बनाया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपने सहपाठियों के साथ खूब फोटो खींचे। अध्यापकों ने भी कक्षा के साथ समूह फोटो खिंचवाए।
इस सुअवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या कपिला इंदु ने सभी छात्र-छात्राओं का हृदय से स्वागत किया। उन्होंने अपने आशीर्वचन में कठिन परिश्रम करने की सलाह दी और दृढ़ निश्चय का समावेशन कर अपने जीवन को सफल बनाने की ओर प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को करुणा तथा संवेदनशील रहने की प्रेरणा दी।
सर्वप्रथम सभागार में प्रार्थना की गई। तदुपरांत कक्षा ग्यारहवीं के छात्रों द्वारा गिटार पर एक गीत मैडले प्रस्तुत की गई। इसके पश्चात कनिष्ठ वर्ग की छात्राओं ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुति देकर समारोह की रोनक बढ़ा दी। इसके उपरांत सभी विद्यार्थियों को तिलक लगाकर एडमिट कार्ड वितरित किए। इस अवसर पर सीनियर विंग की कोर्डिनेटर मीनू सहगल और अध्यापिका पूजा बजाज ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।
समारोह में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ भोजन की व्यवस्था की गई। भोजन के बाद विद्यार्थीगण डी. जे. पर जमकर थिरके और संगीत का लुत्फ उठाया।
टैगोर ग्रुप ऑफ स्कूल्स की शैक्षिक निदेशिका मनोरमा अरोड़ा ने आशीर्वाद संदेश दिया जिसमें उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भविष्य के निर्माता है और प्रगति की रीढ़ है। उन्होंने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उनका छात्रों के नाम संदेश मेहनत की भावना से ओतप्रोत था।
‘‘यूँ ही नहीं मिलते तमन्नाओं के मोती,
कतरा-कतरा खून का जलाना पड़ता है।
मैंने पूछा चिड़िया से- कैसे बनाया तूने घरौंदा अपना?
वो चहककर बोली- प्यारे! तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।
इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग की अध्यापिका हरसिमरत कौन ने सभी का आभार प्रकट किया और सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
श्याम कुमार बने युवा भारत पतंजलि फरीदाबाद के जिला प्रभारी

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) : 76वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में भारत स्वाभिमान एवं पतंजलि परिवार फरीदाबाद द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह एवं योग सेवा रत्न सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सेक्टर-4 स्थित जिला पतंजलि कार्यालय में संपन्न हुआ।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समाज सेविका एवं पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष बीजेपी हरियाणा मीरा तोमर ने शिरकत की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों में चंद्रपाल योगी (राज्य प्रभारी पतंजलि योग समिति), अश्वनी मिश्रा (राज्य युवा प्रभारी पतंजलि), राजेश भाटी (राज्य किसान सेवा समिति प्रभारी), जयपाल शास्त्री (हरियाणा योग आयोग सदस्य एवं राज्य प्रभारी), और भाजपा राज्य प्रवक्ता विजेंद्र नेहरा सहित आरडब्ल्यूए सेक्टर-16 के प्रधान बलवान मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वजारोहण और वैदिक हवन से किया गया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों मेहर अनेजा, अर्पिता, ऋषिका और आराध्या द्वारा योग प्रस्तुतियां दी गईं। साथ ही, विद्यालय के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। फरीदाबाद जिले के योग शिक्षकों को उनके अमूल्य योगदान के लिए योग सेवा सम्मान से अलंकृत किया गया।
कार्यक्रम में भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी श्री अंकुर सिंह ने बताया कि राज्य युवा भारत की ओर से फरीदाबाद जिले के युवा भारत प्रभारी के रूप में श्री श्याम कुमार को नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही, सह जिला प्रभारी का दायित्व श्री सनी मुद्गल को सौंपा गया। मनीष भारती जी को सह जिला प्रभारी नीरज मंगला जी को वार्ड प्रभारी अजय शास्त्री जी को तहसील किस प्रभारी बनाया गया इस घोषणा पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों एवं सदस्यों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में महिला योग समिति जिला प्रभारी वीणा सिंह किसान सेवा समिति जिला प्रभारी अजीत भाटी जिला यज्ञ प्रभारी हरवीर शर्मा कार्यालय प्रभारी विनोद बंसल अन्य पतंजलि परिवार मौजूद रहा
समारोह का समापन राष्ट्रगान और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत उद्गारों के साथ किया गया।
स्वतंत्रता में आंदोलन में महर्षि दयानंद सरस्वती का क्रांतिकारियों पर था विशेष प्रभाव

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | आर्य समाज (सैंट्रल), सैक्टर 15 के तत्वाधान में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक सुभाष चंद्र बोस की जयंती जिसको पराक्रम दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है के अवसर पर विख्यात भजनोपदेशक दिनेश पथिक द्वारा देशभक्ति गीतों के माध्यम से देश के स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया और महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के सामाजिक योगदान को भी मधुर भजनों से नमन किया गया
दिनेश पथिक ने भजनों और देशभक्ति गीतों में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का गुणगान किया और आवाहन किया कि भारतीयों को उनके आदर्शों पर चलकर राष्ट्र का निर्माण करना है। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने बताया कि भारत वह देश है, जिसने विश्व को दिशा दी है। हमारी संस्कृति पर हमें गर्व होना चाहिए
स्वतंत्रता संग्राम में महर्षि दयानंद सरस्वती के योगदान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महर्षि आधुनिक भारत के स्वाधीनता आन्दोलन के प्रथम उद्घोषक थे, स्वतंत्रता आंदोलन के बलिदानियों मे 85 प्रतिशत ऋषि के अनुयायी रहे है। प्रसिद्ध क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के दादा सरदार अर्जुन सिंह विशुद्ध आर्य समाजी थे और इनके पिता किशन सिंह भी आर्य समाजी थे। भगत सिंह के विचारों पर भी आर्य समाज के संस्कारों की छाप स्पष्ट दिखाई पड़ती है।
कार्यक्रम का संचालन सुधीर बंसल द्वारा किया गया। प्रधान विमल सचदेवा ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सबका धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम में आचार्य हरिओम शास्त्री, कर्मचंद शास्त्री, वसु मित्र सत्यार्थी, योगेंद्र फोर, आर के देखी, शिव कुमार टुटेजा, देशबंधु आर्य, जितेंद्र सरल, आई जे गिरधर, संजय सेतिया, नर्वदा शर्मा, सुक्रिती चावला, रूकमणि टुटेजा, प्रेम बहल, बिमला ग्रोवर, प्रेम लता गुप्ता, मधु गर्ग विशेष रूप से उपस्थित रहे।
एक्यूरेट कॉलेज ऑफ लॉ, ग्रेटर नोएडा में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मानव गरिमा और समानता उत्सव का आयोजन

ग्रेटर नोएडा (विनोद वैष्णव) : एक्यूरेट कॉलेज ऑफ लॉ, ग्रेटर नोएडा ने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें 1948 में पारित “मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा (यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स- UDHR)” की 76वीं वर्षगांठ का महत्व रेखांकित किया गया। इस वर्ष की थीम, “Our Rights, Our Future, Right Now (हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी)” पर आधारित यह आयोजन मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें लागू करने की आवश्यकता पर केंद्रित रहा।

कार्यक्रम में “मानव गरिमा और न्याय बनाए रखने में वैश्विक एकता” पर एक विशेष व्याख्यान दिया गया। इसके साथ ही, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, और संगीत प्रस्तुतियों के माध्यम से छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और विचारशीलता प्रदर्शित की। इन गतिविधियों ने मानवाधिकारों की अवधारणा को गहराई से समझाने और उसके प्रति जागरूकता फैलाने में योगदान दिया।
विधि संस्थान के निदेशक डॉ0 अजय कुमार तिवारी ने अपने संबोधन में ‘मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा’ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि “मानवाधिकार केवल अधिकार नहीं हैं, यह हमारी गरिमा और स्वतंत्रता के प्रतीक हैं। वर्तमान समय में इनकी रक्षा करना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए न्याय, समानता और सम्मान आधारित समाज का निर्माण हो सके।”
कार्यक्रम के दौरान, संस्थान के प्रबंध निदेशक दीपक शर्मा ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि “यह अवसर हमें मानवाधिकारों के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। मैं सभी प्रतिभागियों को बधाई देता हूं जिन्होंने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और इसे सफल बनाया।”

इस कार्यक्रम में डॉ0 सपना सिंह, विकास कुमार, श्वेता गुप्ता, अंजलि, गरिमा, विनीता झा सहित सभी शिक्षकों, स्टाफ और बी0ए0एलएल0बी0 एवं एलएल0बी0 के विधि छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्वेता गुप्ता ने किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों और छात्रों के योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल मानवाधिकारों की समझ बढ़ाने का माध्यम बना, बल्कि छात्रों को सामाजिक न्याय और समानता के प्रति अधिक जागरूक बनाने में भी सफल रहा। सभी ने मानवाधिकारों के संरक्षण और उनके प्रचार-प्रसार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संगम ‘जश्ने फरीदाबाद -4′ का 13 से 15 दिसंबर 2024 को भव्य आयोजन

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : साहित्य कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में समर्पित फरीदाबाद साहित्यिक एवं सांस्कृतिक केंद्र (एफ एल सी सी) के तत्वाधान में त्रिदिवसीय साहित्यिक और सांस्कृतिक महोत्सव के चौथे संस्करण ‘जश्न-ए-फरीदाबाद-4’ के भव्य आयोजन के संदर्भ में आयोजित प्रैस कांफ्रेंस में कार्यक्रम निदेशक दिनेश रघुवंशी, एफएलसीसी उपप्रधान जगदीप मैनी, महासचिव मनोहर लाल नंदवानी, कोषाध्यक्ष वसु मित्र सत्यार्थी, कार्यकारी सदस्य वी के अग्रवाल तथा अश्विनी सेठी, संस्थापक सदस्य मोहिंदर सेठी मौजूद रहे।
इस अवसर पर अध्यक्ष नवीन सूद, सांस्कृतिक सचिव विनोद मलिक ने बताया कि गत कई वर्षों से लगातार एफ एल सी सी द्वारा विभिन्न साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सफल आयोजनों में देश के जाने माने साहित्यकार, कवियो, शायरों, गज़ल गायकों, नाट्य कलाकारों, संगीत कलाकारों की यादगार प्रस्तुति से फरीदाबाद में कला और सांस्कृतिक का एक जीवंत वातावरण और जागरूकता का विकास हुआ है।

एफएलसीसी के प्रमुख कार्यक्रम जश्न-ए-फरीदाबाद के चौथे संस्करण की टाउन पार्क, सैक्टर 12 में 13 से 15 दिसंबर को भव्य आयोजन की तैयारियों में एफएलसीसी कार्यकारिणी व सदस्य दिन रात प्रयासरत हैं।
13 दिसंबर सुबह 11 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ पदमश्री अशोक चक्रधर द्वारा फरीदाबाद पुस्तक मेले के उदघाटन से होगा। तत्पश्चात 12.30 बजे तक चौपाल-1 कार्यक्रम में पदमश्री अशोक चक्रधर द्वारा ‘पुस्तकें बनाम बाइट्स’ – सोशल मीडिया के युग में साहित्य के स्थायी मूल्य की खोज विषय पर परिचर्चा में अनेक प्रसिद्ध साहित्यकार और प्रबुद्ध लोग भाग लेंगे। शाम 6.30 बजे से महान गायकों लता मंगेशकर, मोहम्मद रफी व मुकेश को एक संगीतमय श्रद्धांजलि कार्यक्रम ‘भूले बिसरे गीत’ में उनके द्वारा गाये यादगार गानों को पार्श्व गायिका ऊषा टिमोथी, प्रसिद्ध गायक गोबिंद मिश्रा व प्रेम भाटिया अपने सुरीली आवाज़ में प्रस्तुत करेंगे। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राजेश नागर, (राज्य मंत्री), हरियाणा सम्मिलित होंगे।
14 दिसंबर, दूसरे दिन के सत्र में शाम 4 से 5 बजे चौपाल-2 में मशहूर लिखिका उर्वशी अग्रवाल ‘’उर्वी’ के साथ उनकी रचित पुस्तक ‘व्यथा कहे पांचाली’ – महाभारत काल में द्रोपदी के दुःख पर बातचीत में अनेक प्रसिद्ध साहित्यकार और प्रबुद्ध लोग भाग लेंगे। सांय कालीन सत्र में शाम 6.30 बजे से फिल्म, टीवी और रंगमंच की जानी-मानी हस्तियां, अभिनेता अनूप सोनी, विनय जैन और नवोदित मोनिशा सिंह कटियाल, दक्ष और विनय जैन व अन्य द्वारा मेगा कॉमेडी पारिवारिक नाटक ‘मेरी पत्नी का आठवाँ वचन’ का मंचन किया जायेगा। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में गौरव गौतम, (खेल राज्य मंत्री), हरियाणा सम्मिलित होंगे।
15 दिसंबर को अंतिम सत्र में सुबह 10 बजे चौथी जीवा फरीदाबाद ओपन पेंटिंग प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्ग 6-9, 10-12, 13-15, 17-18 व 18 वर्ष से ऊपर के प्रतिभागियों को पूर्व निश्चित विषयों पर अपनी चित्रकला प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर प्राप्त होगा। चित्रकला के लिए ड्राइंग शीट्स एफएलसीसी द्वारा उपलब्ध करवाई जायेंगी। सभी वर्गों में निर्णयकमंडल द्वारा चयनित उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विजेताओं को नगद पुरूस्कार व स्मृति चिन्ह तथा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जायेगा। शाम 4 से 5 बजे चौपाल -3 में मशहूर लेखिका नमिता राकेश के साथ ‘साहित्य में नारी’ विषय पर परिचर्चा में अनेक प्रसिद्ध साहित्यकार और प्रबुद्ध लोग भाग लेंगे। जश्न-ए-फरीदाबाद-4 के समापन सत्र में शाम 6.30 बजे ‘अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व मुशायरा’ में कार्यक्रम निदेशक, प्रसिद्ध कवि, निदेशक, दिनेश रघुवंशी, मंज़र भोपाली, मोहम्मद फ़य्याज़ फ़ारुक़ी, प्रवीण शुक्ला, महशर आफ़रीदी, मनिका दुबे व मीनाक्षी जिजीविषा अपनी रचनाओं की प्रस्तुति देंगे। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में कृष्ण पाल गुर्जर (राज्य मंत्री), भारत सरकार सम्मिलित होंगे।
जी.बी.एन. सीनियर सेकेंडरी, 21डी विद्यालय में क्रिसमस कार्निवल की मची धूम

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : भारत देश विविधताओँ से भरा हुआ है। यह अपने अंदर अनेकता में एकता को समेटे हुए है। इसी को चरितार्थ करते हुए जी. बी. एन. सीनियर सेकेंडरी, 21 डी विद्यालय में अत्यंत मनोरंजकपूर्ण तरीके से क्रिसमस कार्निवल मनाया गया। इस उत्सव के दौरान, विद्यालय के छात्रों ने क्रिसमस के अवसर पर एक अद्वितीय और मनोहारी वातावरण तैयार किया। विद्यालय के परिसर में बढ़ती उत्साही भीड़ ने छात्रों और अध्यापकों का मनोबल बढ़ाया।
विद्यालय की प्रेरणा स्त्रोत निदेशिका श्रीमती अनीता सूद जी और कर्मठ प्रधानाचार्या डॉ निशा शर्मा जी ने सभी बच्चों तथा अभिभावकों को क्रिसमस एवं आने वाले नव वर्ष की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर एक बार फिर प्रधानाचार्या ने छात्रों के समक्ष सशक्तिकरण और विकास से संबंधित बातें साझा कीं। उन्होंने कहा, “इस उत्सव के माध्यम से हम न केवल हमारी संस्कृति और एकता को मजबूती से बनाए रखते हैं, बल्कि हमारे छात्रों को भी विभिन्न क्षेत्रों में अपने आत्मविकास के लिए प्रेरित करते हैं। स्कूल के परिसर में बढ़ती उत्साही भीड़ ने विद्यालय की रौनक में चार चाँद लगा दिए। नन्हें- मुन्ने बच्चों की फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता भी आयोजित हुई।
विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों ने सजीव नृत्य और गीतों का प्रदर्शन किया। क्रिसमस के अवसर पर क्रिसमस कार्ड, जिंगल बैल, सांता क्लॉज, फेस मास्क, स्नो मैन , लकी ड्रॉ, टैटू कॉर्नर, जादू का खेल, सेल्फी कॉर्नर आदि अनेक गतिविधियां हुईं। यह क्रिसमस कार्निवल स्कूल के छात्रों के बीच साझेदारी, सांता क्लॉज़ की मुस्कान और समृद्धि के पर्व का सफल आयोजन रहा।
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फरीदाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की चौथी कार्यकारणी का आयोजन किया गया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : इस अवसर पर नवनियुक्त पुलिस आयुक्त सौरव कुमार मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त सौरव कुमार ने उपस्थित उद्योगपतियों से जिले में कानून व्यवस्था में सुधार करने हेतु सुझाव मांगे। श्री कुमार ने कहा कि जिला पुलिस विभाग क्षेत्र में कानून व्यवस्था स्थापित करने हेतु प्रयासरत है।आपने कहा कि कानून व्यवस्था को सुचारू करने और जिले में अपराध पर अंकुश लगाने हेतु आमजन की भागीदारी भी आवश्यक है।
पुलिस आयुक्त ने आम जनता से सीसीटीवी उपकरण लगाने हेतु अपील करते कहा कि इस प्रक्रिया से पुलिस प्रशासन को अपराधियों को पकड़ने में सहायता मिलेगी।आपने कहा कि जिले में अपराधी प्रवृति के लोगों को बक्शा नहीं जाएगा और यदि किसी भी उद्योगपति, श्रमिक,और आमजन को कोई दिक्कत है तो वह निकट पुलिस थाने,चौकी,एवं उच्च अधिकारियों से मिल अपनी समस्या बता सकता है। इस मौके पर चैंबर के प्रधान एच के बत्रा ने पुलिस आयुक्त का स्वागत करते हुए चैंबर द्वारा जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रक्रिया योगदान देने हेतु आश्वस्त किया।
बत्रा ने कहा कि चैंबर सदैव प्रशासन और औद्योगिक इकाइयों के बीच एक मजबूत कड़ी का काम करता है। कार्यक्रम में चैंबर के महासचिव रोहित रूंगटा ने बताया कि चैंबर अपने सदस्यो के समक्ष आने वाली समस्याओं को निपटाने हेतु तत्पर है। रूंगटा ने पुलिस आयुक्त से जिले बढ़ रही ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने हेतु ट्रैफिक स्टाफ कि बढ़ोतरी करने की अपील भी की है। रूंगटा ने बताया कि ट्रैफिक बत्तियों के साथ साथ पुलिस कर्मियों की तैनाती आवश्यक है ताकि जाम ट्रैफिक को निकाला जा सके। कार्यक्रम में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ वरुण बंसल ने उपस्थित आगंतुकों को ठंड के दिनों में पड़ने वाले दिल के दौरे से बचने हेतु जरूरी टिप्स भी दिए। इस मौके पर सी ए सुनील गर्ग द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं सदस्यो को चैंबर द्वारा जारी सी एस आर के अंतर्गत किए जाने वाले प्रोजेक्ट के संबंध में अवगत करवाया।
कार्यक्रम में फरीदाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के युवा पैनल का गठन भी किया गया। कार्यक्रम में डी सी पी हैडक्वाटर अभिषेक जोरवाल, डी सी पी ट्रैफिक जसलीन कौर, और एसीपी विनोद कुमार , एस आई सूबे सिंह के अतिरिक्त सर्वश्री एम पी रूंगटा,रमेश झावर,आर के चिलाना, टी सी धवन,देवेंद्र गोयल,श्याम काकाणी,सुरेंद्र कपूर एवं कार्यकारणी सदस्यों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
डीएवी शताब्दी में शोध कार्य पर 7 दिवसीय एफडीपी का आयोजन

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : डीएवी सेंटेनरी कॉलेज में शोध कार्य पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन रिसर्च कमेटी द्वारा आइक्यूएसी के तत्वावधान में किया जा रहा है। कॉलेज के लगभग 70 शिक्षक इसमें सक्रिय भागीदारी ले रहे हैं। इसका उद्देश्य शिक्षकों को शोध के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, उपकरणों और पद्धतियों से परिचित कराना और उन्हें उच्च गुणवत्ता के शोध कार्य हेतु प्रेरित करना है।
कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ अर्चना भाटिया द्वारा किया गया, जिन्होंने शोध के महत्व और आज के शैक्षणिक परिवेश में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षकों को अनुसंधान-उन्मुख शिक्षण की ओर प्रोत्साहित किया।

एफडीपी प्रथम दिवस का विषय ‘चैट जीपीटी द्वारा शोध शीर्षक और रीसर्च गैप की पहचान करना तथा लिटरेचर रीव्यू करना व शोध में उचित शोध शीर्षक की पहचान करना : एक महत्वपूर्ण चरण’ रहा। डीएवी कॉलेज में आयोजित एफडीपी में इस विषय पर गहराई से चर्चा की। आज के विषय के वक्ता एसिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश रहे जो बीसीए डिपार्टमेंट के डीन भी हैं।
इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉ इमराना और डॉ निशा सिंह ने अपनी कार्यकारिणी समिति के सदस्यों डॉ मीनाक्षी हुड्डा और डॉ रश्मि रतूरी के सहयोग से आयोजित किया।रिसर्च कमेटी की कंवीनर डॉ बिंदु व आइक्यूएसी कनविनर डॉ् जितेन्द्र ढुल भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
IZYF24 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की ट्रॉफी के साथ डीएवी सेंटेनरी कॉलेज ने जीते 14 पुरस्कार

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी सेंटेनरी कॉलेज की टीम इमा ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में आयोजित इंटर जोनल यूथ फेस्ट में कुल पंद्रह पुरस्कार जीते। बीएजेएमसी तृतीय वर्ष के छात्र दर्शन ने ताजेमारो किरदार के लिए हिंदी वन एक्ट प्ले श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब हासिल किया। कॉलेज ने रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार, एकल नृत्य महिला, हरियाणवी समूह नृत्य, संस्कृत श्लोक और हिंदी नाटक में द्वितीय पुरस्कार के साथ भजन/गज़ल, क़व्वाली, हिंदी कविता, पंजाबी कविता, हरियाणवी कविता, पेंटिंग, शास्त्रीय नृत्य, फोटोग्राफी, और पश्चिमी वाद्ययंत्र श्रेणी में तृतीय पुरस्कार जीते।

महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डाॅ. अर्चना भाटिया ने सभी विजेताओं, प्रतिभागियों और शिक्षकों को बधाई दी जिनके अथक प्रयासों और समर्पण ने इसे बड़ी सफलता दिलाई। डॉ. भाटिया ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि युवा महोत्सव में कॉलेज के प्रदर्शन में साल-दर-साल बढ़ोतरी आप सभी छात्रों और शिक्षकों की मेहनत को प्रमाणित करती है | हमें अपनी उपलब्धियों को और आगे लेकर जाना है और इसके लिए महाविद्यालय प्रबंधन आगे भी आपकी मदद करता रहेगा | इस अवसर पर इमा कोऑर्डिनेटर डॉ. जीतेन्द्र ढुल, इमा डिप्टी डीन आरती कुमारी के साथ इमा टीम के अन्य सदस्य शामिल रहे जिन्होंने छात्रों की कला को निखारने में अपनी जिम्मेदारियों का पूर्ण निर्वहन किया |
मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद का लक्ष्य स्ट्रोक के बारे में जागरूकता बढ़ाने, स्ट्रोक के कारण होने वाली मौतों को रोकने और जीवन बचाने के लिए पूरे उत्तर भारत में डॉक्टरों को प्रशिक्षित करना है।

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव): ‘स्ट्रोक’ तीन सबसे बड़ी आपात स्थितियों में से एक है जिसमें लोगों की जान जा सकती है। बताया गया है कि दिल्ली एनसीआर में हर दिन स्ट्रोक के लगभग 600 मामले दर्ज होते हैं। भारत में हर साल होने वाले स्ट्रोक के अनुमानित 15 लाख मामलों में से, दिल्ली एनसीआर में सबसे ज़्यादा मामले हैं। जेंडर के आधार पर, जंक फूड, शराब और धूम्रपान का अत्यधिक सेवन करने वाले पुरुषों को स्ट्रोक का उच्च जोखिम रहता है, जबकि महिलाओं में मेनोपॉज यानी पीरियड बंद होने के बाद अधिक जोखिम रहता है। मोटापा, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक जंक फूड का सेवन, उच्च कोलेस्ट्रॉल, शराब का सेवन और धूम्रपान भी स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। भारत में स्ट्रोक के लगभग 15% मामले 40 वर्ष से कम आयु के युवाओं में होते हैं। इसके अलावा, वर्तमान में, दिल्ली एनसीआर में अत्यधिक वायु प्रदूषण के कारण स्ट्रोक के मामले बढ़ रहे हैं।
स्ट्रोक होने पर ‘सही उपचार के लिए सही समय पर सही हॉस्पिटल में पहुंचना’ बहुत जरूरी है। स्ट्रोक से होने वाली मौतों में वृद्धि और तुरंत कार्रवाई के बारे में जागरूकता की कमी के कारण, हेल्थकेयर इंडस्ट्री लोगों की जान जाते हुए देख रही है जबकि ‘गोल्डन ऑवर’ के दौरान समय पर इलाज मिलने से मृत्यु या विकलांगता को टाला जा सकता है। नेटवर्क को मजबूत करने और नर्सिंग होम, नर्सों एवं सहायक कर्मचारियों को तैयार करने के लिए, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने स्ट्रोकोलॉजिस्ट कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य फिजिशियन, क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट और आईसीयू और ईआर डॉक्टरों के समुदाय को प्रशिक्षित करना है और स्ट्रोक रोगी के उनकी देखभाल में आते ही समय पर डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट के लिए कौशल प्रदान करना है। कार्यक्रम का नेतृत्व मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद से न्यूरोलॉजी विभाग के क्लीनिकल डायरेक्टर एवं एचओडी तथा स्ट्रोकोलॉजिस्ट प्रोग्राम के डायरेक्टर डॉ. कुणाल बहरानी द्वारा किया जा रहा है।
न्यूरोसाइंसेस में एक अच्छी तरह से कुशल टीम के साथ, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद सर्वश्रेष्ठ न्यूरो फिजिशियन, न्यूरो सर्जन और न्यूरो रेडियोलॉजिस्ट की चिकित्सा विशेषज्ञता, सर्वश्रेष्ठ न्यूरो कैथ लैब में से एक और सर्वश्रेष्ठ स्ट्रोक एम्बुलेंस प्रदान करता है, जो संकट कॉल का जवाब देकर सबसे कम समय मात्र 15 मिनट में रोगी के पास पहुंच जाती है। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद का सिद्धांत है ‘हम स्ट्रोक का इलाज और नियंत्रण ऐसे करते हैं जैसा कोई नहीं करता’। प्रत्येक बैच में 50-60 से अधिक डॉक्टरों और नर्सिंग होम के नेटवर्क की भागीदारी के साथ, एडवांस्ड ज्ञान के संदर्भ में तकनीक का लाभ उठाने के लिए प्रशिक्षित, डॉक्टर और सहायक कर्मचारी भी अधिक से अधिक जिंदगी बचाने के लिए मरीजों को विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए ज्ञान का लाभ उठाएंगे। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद की न्यूरोसाइंसेस की टीम डॉक्टरों और नर्सों को बैचों में प्रशिक्षित और प्रमाणित करेगी। यह निश्चित है कि देश भर के डॉक्टर स्ट्रोक के रोगियों में विकलांगता या मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाने की बात पर अमल करेंगे। एडवांस्ड तकनीक डॉक्टरों की शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और उन्हें गंभीर स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया के लिए उपकरणों से सशक्त बनाएगी। नेटवर्क में शामिल डॉक्टरों की कम्युनिटी इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रमाणित किसी भी डॉक्टर के पास आने वाले प्रत्येक मरीज के लिए एक कनेक्टर्स का काम करेगा, क्योंकि इससे अधिक से अधिक लोगों की जिंदगी बचाने में अत्यधिक और महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी।
डॉ. कुणाल बहरानी, क्लिनिकल डायरेक्टर एवं एचओडी, न्यूरोलॉजी विभाग, तथा स्ट्रोकोलॉजिस्ट कार्यक्रम के डायरेक्टर कहते हैं, “स्ट्रोक युवाओं को तेजी से प्रभावित कर रहा है, जिससे यह धारणा चुनौती बन गई है कि यह मुख्य रूप से बुजुर्ग लोगों को प्रभावित करता है। दुःख की बात यह है कि अक्सर महत्वपूर्ण समय सीमा के भीतर चिकित्सा देखभाल न मिलने के कारण लोगों की जान चली जाती है। इस पहल का उद्देश्य डॉक्टरों को गोल्डन आवर के अंदर थ्रोम्बोलिसिस करने के लिए शिक्षित और सुसज्जित करना है। ऐसा करने से, यह न केवल चिकित्सा पेशेवरों को स्ट्रोक के मामलों के प्रबंधन में कुशल के रूप में प्रमाणित करता है, बल्कि स्कैन की सटीक व्याख्या करने और उचित दवाएं देने की उनकी क्षमता को भी बढ़ाता है। हम फरीदाबाद और उसके बाहर नर्सिंग होम के साथ एक हब-एंड-स्पोक नेटवर्क स्थापित कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक प्राथमिक स्ट्रोक केंद्र में एडवांस्ड तकनीक से सुसज्जित हो, जिससे विकलांगता को रोकने और स्ट्रोक के मामलों में जीवन बचाने के लिए तुरंत इलाज किया जा सके।”
मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं ग्रुप सीईओ डॉ. राजीव सिंघल ने कहा, “हमारे “रोगी पहले” के दृष्टिकोण में, हर जीवन मायने रखता है, हर मिनट मायने रखता है। समय पर इलाज होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्ट्रोक से प्रति मिनट लगभग दो मिलियन मस्तिष्क कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। स्ट्रोकोलॉजिस्ट कार्यक्रम का उद्देश्य डॉक्टरों द्वारा तुरंत चिकित्सा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देना तथा चिकित्सकों एवं आम जन के बीच सामाजिक जागरूकता बढ़ाना है। नर्सिंग होम के पूरे नेटवर्क के माध्यम से, हमारी पहल एडवांस्ड तकनीक की शुरुआत करती है और डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करती है, ताकि इन सुविधाओं को उच्च डायग्नोस्टिक सटीकता के साथ स्ट्रोक केंद्रों में परिवर्तित किया जा सके। हमारा मिशन फरीदाबाद के हर कोने में, और यहां तक कि हरियाणा राज्य में भी, बड़े स्तर पर स्ट्रोक देखभाल का विस्तार करना है, जिसका उद्देश्य जानलेवा और विकलांगता पैदा करने वाले परिणामों को कम करना है। अत्याधुनिक तकनीक को सहानुभूतिपूर्ण देखभाल के साथ जोड़कर, हम महत्वपूर्ण ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर उपचार में तेजी लाने का प्रयास करते हैं। लगभग तीन दशकों से उच्च-स्तरीय थक्का-नाशक दवाओं की उपलब्धता के बावजूद, केवल दो प्रतिशत स्ट्रोक रोगियों को ही ये दवाएं मिल पाती हैं। हमारा कार्यक्रम इन दवाओं के प्रभाव को समझने में डॉक्टरों की विशेषज्ञता को बढ़ाने पर केंद्रित है, तथा यह सुनिश्चित करता है कि विकलांगता या मृत्यु जैसी जटिलताओं को रोकने के लिए इन्हें प्रभावी ढंग से दिया जाए। निरंतर और नियमित प्रशिक्षण के माध्यम से, हमारा लक्ष्य अधिक डॉक्टरों को सशक्त बनाना और पूरे क्षेत्र में स्ट्रोक देखभाल स्टैण्डर्ड को ऊंचा उठाना है।”
सत्यम धीरज, फैसिलिटी डायरेक्टर, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद कहते हैं, “हमारा मानना है कि मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद स्ट्रोक के डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट में एक नया स्टैण्डर्ड स्थापित करेगा। एक हेल्थ केयर प्रोवाइडर के रूप में, हमने विभिन्न विशेषज्ञताओं में सुलभ और उच्च स्तरीय उपचार समाधान सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हमारा लक्ष्य देश भर में अधिक से अधिक डॉक्टरों को प्रशिक्षित और प्रमाणित करना है ताकि देश में विकलांगता और मृत्यु दर को जितना संभवत कम किया जा सके। स्ट्रोक देखभाल और नियंत्रण की इस पहल में हमारे साथ जुड़ने वाले डॉक्टर समाज को बेहतर स्वास्थ्य की ओर ले जाने में हमारे साथ भागीदार होंगे।”
प्रतिदिन लगभग 4000 स्ट्रोक के मामले सामने आते हैं, जिनमें से 2 से 3 प्रतिशत का भी इलाज नहीं हो पाता। वर्तमान में विश्व भर में स्ट्रोक के 60 प्रतिशत रोगी भारत में हैं। 4 में से 1 से भी कम भारतीय स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में जानते हैं। हर साल लगभग तीन मिलियन लोग स्ट्रोक के कारण मरते हैं। विश्व स्तर पर स्ट्रोक से होने वाली सभी मौतों में से लगभग 6% 15-49 वर्ष की आयु के लोगों में होती हैं। 69 मिलियन लोग ऐसे हैं जिन्हें स्ट्रोक का अनुभव हुआ है। हर साल स्ट्रोक के कारण विकलांगता और मृत्यु के कारण 143 मिलियन से ज्यादा स्वस्थ लोगों की जान चली जाती है। चार में से एक व्यक्ति को स्ट्रोक होने का खतरा है। अब समय आ गया है कि जागरूकता लोगों को ऐसी परिस्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया करने के लिए सक्षम बनाए।