छात्र जीवन की मधुर स्मृतियों को याद कर मन प्रफुल्लित होने के साथ ही एक नई ताजगी का एहसास होता है

भिवानी( विनोद वैष्णव )। छात्र जीवन की मधुर स्मृतियों को याद कर मन प्रफुल्लित होने के साथ ही एक नई ताजगी का एहसास होता है। अपने पूर्व शिक्षण संस्थान में चहल कदमी करना, पूर्व शिक्षकों और मित्रों से मिलने के आनंद को शब्दों में बयां करना असंभव है। ये बात आज कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने आदर्श महिला महाविद्यालय में पूर्व छात्र मिलन समारोह ‘पुनर्नवाÓ में बतौर मुख्यातिथि कही। महाविद्यालय के सभागार में आयोजित इस समारोह सैकड़ों की संख्या में उपस्थित पूर्व छात्राओं को संबोधित करते हुए किरण चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी जीवन, जीवन का स्वर्णिम काल होता है। इसमें विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्राएं अपने सम्पर्क की वर्तमान छात्राओं का मार्ग दर्शन करें ताकि आपके अनुभवों से सिखकर वे खुद को मजबूत कर सकें। श्रीमती चौधरी ने छात्राओं को आगे बढ़कर मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि स्वप्र बड़ें रखो, उन्हें पाने के लिए मेहनत करों। कार्यक्रम में उपस्थित बेटियों से उन्होंने अनुरोध किया कि स्वयं में आत्मविश्वास रखते हुए अपने अध्यापकों के मार्गदर्शन में पढ़ाई, खेल व सामाजिक जीवन में आत्मनिर्भर बनने की अन्य कलाओं में महारत हासिल करें। समारोह में सैंकड़ों पूर्व छात्राओं ने हिस्सा लिया और अपनी यादों को ताजा करते हुए अपने अनुभव वर्तमान में शिक्षा ग्रहण कर रही छात्राओं के समक्ष रखें। महाविद्यालय की पूर्व छात्रा डॉ. रश्मि बजाज ने कहा कि इस महाविद्यालय से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है आज मैं लेखन के क्षेत्र में कार्यरत हूं और अपनी रचनाओं के पांच संकलन प्रकाशित कर चुकी है। इस मौके पर उन्होंने कविता पाठ भी किया। एचपीएससी सदस्य नीलम तंवर ने अपने अनुभव सांझा करते हुए छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ अपने ज्ञान के दायरे को विस्तृत करने के लिए कहा। भिन्न-भिन्न कार्यक्षेत्रों में विभिन्न पदों पर आसीन राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय का नाम रोशन कर रही छात्रा मोनिका सांगवान, ऋतु, एसडीओ राज सहित अनेक पूर्व छात्राओं ने अनुभव सांझा किए। कार्यक्रम में महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के महासचिव अशोक बुवानीवाला ने कहा कि आदर्श महिला महाविद्यालय छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा प्रयासरत रहेगा। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को यह विश्वास दिलाने के लिए था कि महाविद्यालय आज भी उनके साथ और वे सब एक परिवार की तरह है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि महाविद्यालय में शिक्षा प्राप्त छात्राएं आज प्रशासनिक स्तर से लेकर खेल, चिकित्सा, कानून, सामाजिक व कुशल गृहणी के रूप में स्वयं को स्थापित कर चुकी है। प्राचार्या डॉ. माया यादव ने छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वह अपने महाविद्यालय की छात्राओं की सफलता को देखकर बहुत खुश है, ऐसे अवसर पर हमें अपनी सकारात्मक मदों को ताजा करते है और एक-दूसरे से जुडऩे का मौका देते हैं। समारोह में छात्रा शीतल ने नृत्य की भव्य प्रस्तुति दी तो निधि ने अपनी कविता ‘विश्वास की विभूति तो ये हैÓ से श्रोताओं को झुमने पर मजबूर कर दिया। डॉ. सोनिया मलिक ने गुरूजनों को नमन करती पंक्तियों से अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की। महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा हरियाणवी नृत्य की प्रस्तुति द्वारा सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के प्रधान अधिवक्ता शिवरत्न गुप्ता, प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य नंदकिशोर अग्रवाल, डॉ. अपर्णा बत्रा, डॉ. इंदु शर्मा, डॉ. मनजीत मान, नूतन शर्मा, डॉ. रजनी राघव, डॉ. मधु मालती, डॉ. रीना तनेजा सहित समस्त प्राध्यपिकाएं एवं पूर्व छात्राऐं उपस्थित थी।

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