कुल्टी (वसीम खान) : रांची एटीएस की टीम द्वारा मंगलवार की संध्या चिरकुंडा के पूरे क्षेत्र की नाकाबंदी कर पश्चिम बंगाल के ट्रांसपोर्टर कामेन्द्र सिह को दो लोडेड पिस्टल के साथ 12 कारतूस समेत शहीद चौक चिरकुंडा से पिछा करते हुए बंगाल घुसने के पूर्व चिरकुंडा बराकर चेकनाका पर धर दबोचा लिया। इस संबध मे स्थानिय पुलिस के अधिकारी किसी भी तरह की सुचना देने से स्पष्ट इंकार कर रहे है। सांकेतिक तौर पर किसी गहरी साजिश मे शामिल होने की बात सिर्फ कह रहे है। पुलिस सुत्रो के अनुसार कामेन्द्र सिह आर्म्स सप्लाई का कार्य करता है और झारखंड के प्रतिबंधित संगठन से भी उसके ताल्लुकात होने की बात सामने आ रही है।
उग्रवादियो को हथियार सप्लाई करने का कार्य करता है। पुलिस ने सांकेतिक रूप मे यह बात स्वीकार की सब कुछ खुलासा बताने से मिशन पर गहरा प्रभाव पड सकता है और लोग भी इस कार्य मे संलिप्त है। जिनको लेकर पुलिस अपना कार्य गुप्त रूप से कर रही है। एसटीएफ की टीम द्वारा कामेन्द्र सिह को रात मे ही चिरकुंडा थाना से लेकर चली गयी, सिह की बुलेट गाडी भी पुलिस ने जब्त कर ली है। सिह का संबध धनबाद के राजनेताओ से भी है तथा धनबाद के ऊंचे घराने से भी ताल्लुकात है। यह मुख्यतः ट्रांसपोर्टर व्यवसायी है ,प्रतिदिन की भांति मंगलवार को अपनी बुलेट मोटरसाईकिल से चिरकुंडा से डिसरगढ प.बंगाल की और जाने के क्रम मे एसटीएफ के हाथ लग गये। एसटीएफ की टीम सुबह से ही स्थानिय पुलिस के टीम के साथ विसात बिछा रही थी और संध्या सात बजे कामेन्द्र को पकड लिया गया। रात 11 बजे तक एसटीएफ व स्थानिय इन्सपेक्टर दिलिप यादव के द्वारा बंद कमरे मे पुछताछ की जा रही थी, किसी पुलिस अधिकारी को पुरे मिशन की खबर नही थी और कामेन्द्र के विरूद्ध चिरकुंडा थाना मे किसी तरह का मामला भी दर्ज नही किया गया।