सूरजकुण्ड ( विनोद वैष्णव )| फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर ने आज फरीदाबाद जिला में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेला का दौरा किया। प्रधान सचिव ने सूरजकुंड मेला से जुडी प्रषासनिक व्यवस्थाओं तथा षिल्पकारों व दर्षकों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो ने प्रधान सचिव श्री खुल्लर का सूरजकुंड मेला में पहुंचने पर स्वागत किया।
प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर ने प्रषासनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के उपरांत सूरजकुंड मेला का अवलोकन किया। उन्होंने हरियाणवी हेरीटेज अपना घर का अवलोकन करते हुए यहां पर खुद भी हरियाणवी पगडी बंधवाई। उन्होंने सूरजकुंड मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सबसे बडे आकर्षण चैपाल में भी विभिन्न राज्यों व विदेषों से आए कलाकारों की प्रस्तुतियों के प्रदर्षन का आनंद लिया। चैपाल में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान उन्होंने कलाकारों का भी उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर को हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया और मेला में आने पर आभार जताया।
प्रधान सचिव के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सोनिया खुल्लर भी सूरजकुंड मेला पहुंची थी। उन्हांेने मेला परिसर में स्थापित किए गए विभिन्न स्टालों का भ्रमण किया।
विदेषी बाल कलाकार से मिलकर खुष हुए प्रधान सचिव
हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेष खुल्लर सूरजकुंड मेला के भागीदार देष किर्गिस्तान के बाल कलाकार से मिलकर बहुत प्रसन्न हुए। बाल कलाकार ने मंच से उतरकर श्री खुल्लर के पास जाकर उनका स्वागत किया। बाल कलाकार ने श्री खुल्लर की धर्मपत्नी श्रीमती सोनिया खुल्लर का भी स्वागत किया।
क्रमांक-2018
नई युवा पीढ़ी को भा रही है मोदी जैकेट
चटक रंगों की जैकेट लोगों को रही है लुभा
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में खास डिजाईन की खादी से निर्मित मोदी जैकेट भी युवाओ को खूब भा रही है। सूरजकुंड मेले में मोदी जैकेट के चटक रंग नई युवा पीढ़ी को भी अपनी ओर खीच रहे है। कुर्ता, धोती व पैजामे से निकलकर जीस, स्कर्ट, लैगी, बरमूडा व लोवर तक पहुंचने वाली खादी का रंग खादी महोत्सव मे नजर आ रहा है। मेले में आधुनिक खादी की रेंज लोगो को अपनी ओर खींच रही है।
हिमाचल के कारीगर मुकेष ने बताया कि मांग के अनुरूप मोटी व महीन खादी के परिधान सूरजकुंड मेला में मौजूद है। उन्होंने बताया कि युवाओ के बढ़ते रुझान की वजह से खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ावा मिला है। उन्होंने बताया कि नए ट्रेंड को देखते हुए उन्होंने मोदी जैकेट बनाना शुरू किया था। यहां लाल, हरी, नीली, स्लेटी समेत और भी रंगों में मौजूद 1400 रुपये कीमत की मोदी जैकेट्स जेंट्स विषेषकर युवाओं को खूब पसंद आ रही हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खादी को बढ़ावा देने की मुहिम भी रंग ला रही है। खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैंस मोदी जैकेट से काफी प्रभावित हो रहे हैं और उनमें इसके प्रति बहुत क्रेज है।
मेरठ के कारीगर शाकीब अंसारी ने बताया कि फैशन में बने रहने के लिए खादी ने काफी बदलाव किए हैं, जिससे यूथ खादी के कपड़ों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के परिधानों में उनके पास जैकेट काफी खास है और यहां मोदी जैकेट की बेहतर रेंज है।
चंडीगढ से सूरजकुंड मेला में आए सुनील कुमार ने बताया कि देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खादी को बढ़ावा देने की मुहिम बदलते समय ने खादी के वस्त्रों के साथ-साथ युवाओं की पसंद को भी बदला है। वे बताते हैं कि उन्हें भी मोदी जैकेट बहुत पसंद है और उन्होंने भी मेले से अपने लिए 4 मोदी जैकेट्स खरीदी हैं।
क्रमंाक-2018
वैलेंटाईन वीक के रंग में रंगा सूरजकुंड मेला
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- वैलेंटाईन वीक हो और गुलाब के फूलों और प्यार का इजहार करने वाली अन्य वस्तुओं की बात न हो, नामुमकिन। हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला भी इससे अछूता नहीं है और धीरे-धीरे यह मेला वैलेंटाईन के रंग में रंगने लगा है। अपने प्यार का इजहार करने के लिए लोग विषेषकर युवक-युवतियों विभिन्न प्रकार के प्यार का इजहार करने वाली आईटमों की जमकर खरीददारी कर रहे हैं ताकि वे इस वैलेंटाईन वीक को यादगार बना सके।
वैलेंटाइन डे का इंतजार केवल यहां घूमने-फिरने व मौज-मस्ती करने आने वाले युवाओं को ही नहीं बल्कि सूरजकुंड मेले के शिल्पकारों को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। क्योंकि उन्होंनंे भी अच्छे-खासे व्यवसाय की उम्मीद बांध रखी है। इसे देखते हुए मेला को प्यार के रंग में रंगने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। शुक्रवार को गिफ्ट आइटम और फ्लावर के स्टालों के अलावा चैकलेट की स्टालों पर भी भारी भीड देखने को मिली। मेले में स्टाल लगाने वाले दुकानदारों द्वारा फ्लावर इस तरह पेश किए जा रहे हैं कि आने वाले युवा इसे खरीदे बिना नहीं लौटे। मेला परिसर में एक दर्जन से अधिक ड्राई फ्लावर के स्टाल लगे हैं। गिफ्ट आइटम में गुड़िया, बोलने वाली चिड़िया, ड्राई फ्लावर आदि हैं। इनकी कीमत भी युवाओं के जेब का ख्याल रखते हुए रखी गई है।
हरियाणा प्रदेष के जिला अंबाला के गांव रायवाली से सूरजकुंड मेला देखने आए पंकज वर्मा तथा चंडीगढ के अनिल टांक व कृष्ण कुमार ने बताया कि फरवरी के महीने को गुलाबों और प्यार का महीना कहें तो कुछ अतिष्योक्ति नहीं होगी। युवाओं को इस महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
ड्राई फ्लावर विक्रेता गौरव ने बताया कि उनकी स्टाल पर सभी रंगों के विषेषकर गुलाब के फूल ज्यादा मात्रा में उपलब्ध हैं। अभी तक की बिक्री संतोषजनक है। वैलेंटाइन डे पर बिक्री अधिक होने की उम्मीद है। इसकी तैयारी की जा रही है। उम्मीद है कि युवाओं को फ्लावर की वैरायटी पसंद आएगी।
क््रमंाक-2018
अपना घर में देखें समृद्ध हरियाणवी धरोहर
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में कृषि प्रधान प्रदेश के अपना घर में सांस्कृतिक धरोहर के नमूने देखे जा सकते हैं। तकनीक व आधुनिकता के इस दौर में पुरानी परंपराएं और मान्यताएं कायम हैं। मेला के अपना घर में ऐसी ही एक मान्यता दादा खेड़ा से जुड़ी है। लोगों का विश्वास है कि प्रदेश के हर गांव को दादा खेड़ा आपदा से बचाता चला आ रहा है। ऐसे ही कृषि यंत्र भी अपना घर में रखे गए हैं।
मेले में आने वाले दर्शक जब अपना घर में प्रवेश करते हैं तो यहां रखा गया छोटा सा गुंबदनुमा मंदिर हर किसी के मन में उत्सुकता पैदा कर देता है। यह दादा खेड़ा यानी ग्राम देवता का ही प्रतिरूप है, जो प्रदेश के हर गांव में आवश्यक रूप से बना होता है। आमतौर पर गांव में दादा खेड़ा के लिए एक जगह निश्चित छोड़ी होती है। वहां दादा खेड़ा का छोटा मंदिर बना होता है। ऐसी मान्यता है कि गांव में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले ग्राम देवता की पूजा की जाती है। ग्राम देवता पूरे गांव की आपदाओं और बीमारियों से रक्षा करता है।
सदियों पुरानी यह प्रथा आज भी कायम है। ऐसे ही अपना घर में जुआ बैलगाड़ी, अखाड़ों में प्रयोग होने वाले मुगदर, लोटा तथा बटेऊ गिलास भी देखने को मिल रहा है। गांव में जब दामाद आता है तो इसी बटेऊ गिलास में आज भी दूध परोसे जाने की परंपरा प्रचलित है। मेले के अपना घर में आने पर दर्शकों को धरोहर, हरियाणा के निदेशक डॉ.महा सिंह पूनिया तथा नवयुग आर्ट एंड कल्चर के निदेशक जितेंद्र खट्टक दादा खेड़ा के बारे में जानकारी हासिल देते हैं तो दूसरे प्रदेशों के लोग भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते। धरोहर, हरियाणा के निदेशक डॉ.महा सिंह पूनिया बताते हैं कि अपना घर के माध्यम से देश-विदेश से आने वाले दर्शकों को प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।
क्रमंाक-2018
कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की मुहिम
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- विभिन्न अपराधों में कारागार में बंद कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से जेल प्रशासन उन्हें हुनरमंद भी बना रहा है। इसकी झलक सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में जेल प्रशासन के स्टॉल नंबर 820 में प्रदर्शित कैदियों द्वारा निर्मित कई उपयोगी और घरेलू चीजें देखने पर मिलती है।
इस स्टाल पर फरीदाबाद की जिला जेल नीमका के अलावा गुरुग्राम की जेल भोंडसी, अन्य जिलों कुरुक्षेत्र, रोहतक, अंबाला, सोनीपत, भिवानी, नारनौल, हिसार जेल के कैदियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां, पें¨टग्स, घरेलू व कार्यालय में जरूरत के सामान जैसी कई आइटम हैं।
प्रदेश के नोडल अधिकारी व नीमका जिला जेल के अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि जेल में चल रहे प्रशिक्षण केंद्र में महिला व पुरुष कैदी रोजाना 5 से 6 घंटे कुछ न कुछ सीखते हैं और उपयोगी चीजें बनाते हैं। ये कैदी यहां ज्वैलरी, झूमर, वुडन आइटम के अलावा कई सजावटी आइटम बनाते हैं। इस तरह समय के सदुपयोग से कैदियों में भविष्य में घर-परिवार व समाज के लिए बेहतर करने की सोच विकसित करना है। उनका मन न भटके और भविष्य में अपना कोई भी कारोबार शुरू कर सकें।
अनिल कुमार कहते हैं कि अपराध मुक्त समाज के निर्माण के लिए बुराई को अच्छाई से ही जीता जा सकता है। तीन वर्षों से सूरजकुंड मेले में जेल का स्टाल लग रहा है। कैदियों में सकरात्मक सोच विकसित करने के प्रयास किए जाते हैं। उन्हें रोजगार के लिहाज से भी कई तरह से प्रशिक्षण दिया जाता है। करीब सात वर्ष पहले जेल की फैक्ट्री में ऐसी उपयोगी सामग्री बनाने की पहल की गई थी। इसका मकसद यह है कि सजा भुगतने के बाद जब व्यक्ति समाज में जाता है, तो उसे आमतौर पर नौकरी मिलने में दिक्कतें आती है। जेल में वुडन आइटम, ज्वैलरी, फ्लावर पॉट, बैग, बेल्ट तथा कुर्ती बनाना सिखाया जाता है। स्टॉल संचालक श्याम सुंदर बताते हैं कि उनके स्टॉल पर सभी चीजें फरीदाबाद जेल के कैदियों ने ही बनाई हैं। इन चीजों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
क्रमांक-2018
सूरजकुंड मेला में हुई फेस पेंटिंग प्रतियोगिता
ओम गुप्ता और संचित कुमार रहे प्रथम
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में आज फेस पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन नाट्यषाला में किया गया, जिसमें आठ स्कूलों के 104 छात्रों ने भाग लिया।
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार फरीदाबाद के सैक्टर 29 के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल के छात्र ओम गुप्ता और संचित कुमार को दिया गया।
इस प्रतियोगिता में दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद सैक्टर 7 ए के सेंट जौनस स्कूल की जिया और याषिका राठी को दिया गया।
इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार फरीदाबाद सैक्टर 19 के डीपीएस स्कूल के छात्र युवराज मदान व अनन्या भट्टाचार्य को दिया गया।
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता में दो सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए, जिनमें फरीदाबाद के रावल इंटरनेषन स्कूल के शुभम और अक्षय भाटी तथा फरीदाबाद सैक्टर 29 के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की सुरभि अग्रवाल तथा वाणी कौर शामिल हैं।
क्रमांक-2018
सूरजकुंड मेला में आज हुई पतंगबाजी प्रतियोगिता
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 9 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहा 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में आज पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन सनबर्ड रेस्टोरेंट के प्रांगण में किया गया, जिसमें 11 स्कूलों के 123 छात्रों ने भाग लिया।
पतंगबाजी की प्रतियोगिता में दो श्रेणियां थी एक काईट कटिंग तथा दूसरी हाई फ्लाईंग।
पतंगबाजी के काईट कटिंग श्रेणी में लडकियों की प्रतियोगिता में फरीदाबाद एनआईटी के महारानी वैष्णव देवी हाई स्कूल की निकिता और लक्ष्मी को प्रथम पुरस्कार दिया गया। इसी श्रेणी में दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद की जवाहर कालोनी की होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की अंकिता बिष्ट और धवानी को दिया गया। इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार जवाहर कालोनी के ही होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की भूमिका स्वामी और एंजल चक्रा को दिया गया।
पतंगबाजी के हाई फलाईंग श्रेणी में लडकियों की प्रतियोगिता में जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की भूमिका स्वामी और एंजल चक्रा को प्रथम पुरस्कार दिया गया। इस श्रेणी में दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद एनआईटी के महारानी वैष्णव देवी हाई स्कूल की निकिता और लक्ष्मी को दिया गया। वहीं इसी श्रेणी में तीसरा पुरस्कार जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की अंकिता बिष्ट और धवानी को दिया गया।
पंतंगबाजी के काईट कटिंग श्रेणी में लडकों की प्रतियोगिता में फरीदाबाद के जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल के करण विष्ट और उन्नत पालीवाल को प्रथम पुरस्कार दिया गया। वहीं दूसरा पुरस्कार इसी श्रेणी में फरीदाबाद के सैक्टर 82 के सेंट मेरी कांवेंट स्कूल के कुनाल चंडिला, दिपांषु और उज्जवल शर्मा को दिया गया। इसी प्रकार तीसरा पुरस्कार फरीदाबाद के सैक्टर 23 के माॅडर्न बीपी पब्लिक स्कूल के जितेन्द्र और लक्ष्य को दिया गया।
पतंगबाजी के हाई फलाईंग श्रेणी में लडकों की प्रतियोगिता में फरीदाबाद एनआईटी के डा. अनिल मलिक एसएसडी महाविद्यालय के विषाल और कुलदीप को प्रथम पुरस्कार दिया गया। तो हीं फरीदाबाद घोंची के जीएसएसएस के श्रवण और मुस्रान को दूसरा पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार फरीदाबाद के सत्यम-षिवम पब्लिक स्कूल के छात्र रोषन और गौतम को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ।
क्रमांक-2018
32वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुण्ड शिल्प मेला बना दिल्ली एनसीआर का सबसे बड़ा इवेंट
देसी-विदेशी पर्यटकों से गुलजार हुआ सूरजकुण्ड मेला
वीकेंड शुरू, शनिवार-रविवार को एक लाख से अधिक दर्शकों के पहुँचने का अनुमान
चैपाल-स्टाल से रसोई में वीकेंड के लिए ख़ास तैयारी
सूरजकुण्ड (फरीदाबाद), 09 फरवरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के समीप हरियाणा के फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहें 32वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले का जादू लोगों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। मेले में उमड़ रही दर्शकों की भीड़ में देसी दर्शकों के साथ बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी प्रतिदिन दिखाई दे रहे हैं। भारतीय व विदेशी हस्त-शिल्प, खान-पान व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उमड़ती पर्यटकों के भीड़ मेले को दिल्ली एनसीआर का इन दिनों सबसे बड़ा इवेंट बता रही है।
शुक्रवार को मेले की मुख्य सड़क का नजारा दिन भर गहमा गहमी भरा रहा। मेला देखने बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के ग्रुप मुख्य सड़क पर ढोल नगाड़ों की धुनों दिन भर सूरजकुण्ड मेला की ख़ूबसूरती बढ़ाते नजर आए। दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से आए लड़कियों के ग्रुप में शामिल शिवानी मे बताया कि सूरजकुण्ड मेला में आना गुड एक्सपीरिएंस कहा जा सकता है। दिल्ली के बेहद नजदीक होने के कारण कनवेंस को लेकर भी किसी प्रकार की प्रोब्लम नहीं है और दिन भर मेले में घूमना फिरना और खाना-पीना भी मॉल में घूमने या मल्टीप्लेक्स में मूवी देखने की तुलना में पॉकेट फ्रेंड्ली रहा है। वही काठमांडू नेपाल से अपने परिवार के साथ दिल्ली घूमने सपरिवार आए शेरबहादुर को दिल्ली में अपने होटल से सूरजकुण्ड के बारे में जानकारी मिली। सूरजकुण्ड मेला में शेरबहादुर व उनके परिवार की ख़ुशी उस समय ओर बढ़ गई जब नेपाल से आए शिल्पकारों की स्टाल देखने को मिली। मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से उन्हें भारतीय संस्कृति को भी करीब से जानने का मौक़ा मिला।
सूरजकुण्ड मेला की ब्रांडिंग दिल्ली एनसीआर के बड़े इवेंट के साथ विदेशी पर्यटकों के बीच इंडियन आर्ट एंड कल्चर को क़रीब से जानने का एक बड़ा अवसर है। नई दिल्ली स्थित भारतीय दूतावासों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधिमंडल प्रतिदिन सूरजकुण्ड पहुँच रहे हैं। हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से विदेशी प्रतिनिधिमंडल की अगवानी के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। विदेशी दल भी मेले में अच्छी खाँसी ख़रीदारी कर रहे है साथ ही भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ अपने देशों के कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे हैं। विदेशी दर्शकों के बीच सबसे अधिक लोकप्रिय इंडियन हेंडीग्राफ्ट की स्टाल है। मेले में प्रतिदिन उमड़ रही भीड़ को देखते वीकेंड पर एक लाख से अधिक दर्शकों का अनुमान है। ऐसे में वीकेंड के लिए सूरजकुण्ड मेला प्राधिकरण की ओर से दर्शकों की उमड़ने वाली संभावित संख्या के लिए स्वच्छता व अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए है। शिल्पकारों मे भी वीकेंड को ध्यान में रखते हुए अपनी स्टालों पर पर्यटकों को लुभाने की तैयारी कर ली है।