फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) | जिला जेल फरीदाबाद में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को बड़ी धुमधाम से मनाया गया। जेल के लगभग 2500 पुरूष बन्दियों को जेल के बड़े मैदान में वैदिक वेलनेस फांउण्डेषन दिल्ली के संस्थापक योग ऋषि आर्चाय आषुतोष महाराज द्वारा योग एवंम प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया। महिला वार्ड में योग सीक्षिका संध्या शर्मा के द्वारा योग एवं प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया। महिला वार्ड में अलग से सभी महिला बन्दियों के लिये योग करवाने की व्यवस्था की गई थी। आज के मुख्य अतिथि प्रसिद्व समाजसेवी देवेन्द गांधी थे। सबसे पहले जेल अधीक्षक जयकिषन छिल्लर द्वारा मुख्य अतिथी देवेन्द्र गांधी तथा योग ऋषि आर्चाय आषुतोष महाराज तथा योग शिक्षिक संध्या शर्मा जी का स्वागत किया गया तथा कार्यक्रम का आरम्भ एक भजन के माध्यम से किया गया।
योग ऋषि आर्चाय आषुतोष जी महाराज द्वारा बन्दियों को कुछ खड़े होकर किये जाने वाले आसन जैसे ग्रीवा चालन, स्केंद्व संचालन, ताड़ासन, त्रिकोण आसन, वृृक्षासन तथा बैठकर किये जाने वाले आसन जैसे व्रजासन, शक्कासन, मण्डूकासन तथा पेट के बल लेटकर किये जाने वाले आसन जैसे भूजंगआसन, सलभ आसन, नौकासन, तथा पीठ के बल लेटकर किये जाने वाले आसन जैसे सर्वागं आसन, हलासन, सेत.ूबंध आसन, पवनमुक्तासन, आदि करवाये गये। इसके अलावा भस्त्रिका तथा अनुलोम विलोम, भ्रामरी तथा उदगीर प्राणायाम भी करवाया गया। सभी बन्दियों ने अनुषासन में रहते हुये साथ साथ योगा एवंम प्राणायाम का अभ्यास किया। बन्दियों के अनुषासन व एक साथ किये जा रहे योग को देखकर मुख्य अतिथी देवेन्द गांधी ने कहा कि ऐसा लगता है जेसे जेल को आश्रम में तब्दील कर दिया गया है। ऐसा अनुषासन उन्होनें किसी स्कूल या कालेज में भी नहीं देखा केवल फौज में ही देखा जा सकता है।़ बन्दियों के द्वारा जिओ गीता के आधारित कुछ भजन भी प्रस्तुत किये जैसे ‘‘हे योगेष्वर हे परमेष्वर’’ तथा ‘‘आओ गीता को अपनायें’’। जेल के सभी बन्दियों ने भजन को एक साथ ताली बजाकर गाया। ऐसी अदभूत प्रस्तुती को देखकर सभी महमानों द्वारा सराहना की गई। जेल अधीक्षक जयकिषन छिल्लर जो स्वंय भी राज्य के श्रेष्ठ योगी का खिताब प्राप्त कर चुके हैं तथा राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांज मेडल प्राप्त कर चुके हैं ने अपने सम्बोधन में बतलाया कि सभी बन्दियों को जेल के प्रशिक्षित बन्दियों के द्वारा लगातार जेल में योग का अभ्यास करवाया जाता है
जिसके परिणाम आज सबके सामनें हैं। आज यह जेल योग युक्त जेल, अपराध मुक्त जेल बन चुकी है। लगातार योगा करने से बन्दियों को स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ मानसिक लाभ भी मिल रहा है। योग करने से शरीर के सभी अंगों का व्यायाम हो जाता है तथा यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन योगाभ्यास करता है तो भी वह अपने शरीर को निरोग रख सकता है। योग करने से न केवल षरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है बल्कि योग से शरीर को रोगमुक्त व मानसिक व बोधिक स्तर पर भी सषक्त, षान्त और ओजस्वी बनाया जा सकता है। उनके द्वारा जेल स्टाफ व बन्दियों को प्रतिदिन नियमित रूप से योग करने के लिये प्रेरित किया गया। योग करने पश्चात जेल के बन्दियों द्वारा भक्तिमय गीत सुनाये गये जिसे योगीराज आशुतोष महाराज (वैदिक वेलनेस फाउंडेषन दिल्ली) तथा मुख्य अतिथि देवेन्द्र गांधाी प्रसिद्व समाजसेवी फरीदाबाद द्वारा सराहना की गई। कार्यक्रम के समापन अवसर श्री जयकिषन छिल्लर अधीक्षक जेल द्वारा योगीराज श्री आशुतोष जी महाराज (वैदिक वेलनेस फाउंडेषन दिल्ली) तथा मुख्य अतिथि देवेन्द्र गांधाी प्रसिद्व समाजसेवी फरीदाबाद, संध्या शर्मा तथा जीत कुमार रावत एडवोकेट को जेल के बन्दियों द्वारा बनाई गई मनमोहक पेंटिंग भेेंट की गई। इस अवसर पर इण्डिया विजन फांउण्डेशन से गोविन्द शर्मा , उषा तथा जेल प्रशासन के उप-अधीक्षक रामचन्द्र, अनिल कुमार, रोहण हुड़डा व .जेल स्टाफ के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।