फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद की प्लेसमेंट सेल तथा वाणिज्य विभाग एसएफएस के संयुक्त तत्वाधान में छात्राओं के लिए एक इंडस्ट्रियल ट्रिप का आयोजन किया गया।बी काम. ऑनर्स और बी वॉक रिटेल मैनेजमेंट के फाइनल ईयर की छात्राओं ने नोएडा स्थित बार्कले बैंक का दौरा किया। यह ट्रिप एक अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ, इंटरनैशनल एसोसिएशन ऑफ़ ह्यूमन वैल्यूज के सहयोग से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के एक दिन पहले IHAV की टीम के द्वारा छात्राओं के लिए ओरिएंटेशन सैशन जू़म प्लेटफार्म पर रखा गया जिसमें उन्हें इस भ्रमण से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियां और नियम समझाएं गए। इस इंडस्ट्रियल ट्रिप को लेकर छात्राओं के मध्य शुरू से ही अत्यंत उत्साह और उत्सुकता थी।
इस ट्रिप में छात्राओं के लिए तीन राउंडस रखे गए जो फाइनेंशियल लिटरेसी, करियर काउंसलिंग और रिज्यूम राइटिंग पर आधारित थे। तीनों राउंडस में बार्कले बैंक के कर्मचारियों ने प्रत्येक छात्रा से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने छात्राओं के साथ अपने अनुभवों को सांझा किया और समझाया कि किस प्रकार एक अच्छे करियर के लिए योजना बनाई जानी चाहिए। प्रत्येक राउंड के बाद बैंक के कर्मचारियों से और छात्राओं से फीडबैक लिया गया। प्रत्येक राउंड में हर छात्रा से व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने से छात्राओं ने भी नि:संकोच रूप से अपने प्रश्न पूछे और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया।
महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत ने छात्राओं के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इस प्रकार के शैक्षिक भमण आयोजित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने किताबी ज्ञान को व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ कर शिक्षण करने की पद्धति अपनाने पर बल दिया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत ने एनजीओ की टीम से राजकुमार और श्रुति के अतुलनीय सहयोग की भी भरपूर प्रशंसा की।
प्लेसमेंट ऑफिसर विजय पाल सिंह और वाणिज्य विभाग एसएफएस से सहायक प्रोफेसर डॉ बिंदु राय के मार्गदर्शन में इस ट्रिप का कार्यक्रम व्यवस्थित किया गया। दोनों शिक्षकों की निगरानी में 22 छात्राओं ने इस ट्रिप का लाभ उठाया। इस औद्योगिक भ्रमण से छात्राओं ने न केवल अपनी क्षमता को पहचाना अपितु उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी हुई। इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण से निश्चित रूप से निकट भविष्य में भी छात्रों को कॉरपोरेट सेक्टर के व्यावहारिक ज्ञान को प्रत्यक्ष रूप से जानने और समझने का अवसर प्राप्त होगा।