पलवल ( विनोद वैष्णव )| टैगोर पब्लिक स्कूल, पलवल छात्रों के द्वारा कक्षा में किए जाने वाले क्रियाकलापों और अनुभवों के बीच एक मजबूत कड़ी बनाकर रखता है। डायरेक्टर मनोरमा अरोड़ा के निर्देशन में स्कूल कलात्मक क्रियाकलापों के नए-नए आयामों को छू रहा है। कक्षा के नन्हे-मुन्ने उभरते कलाकारों ने अपने आत्मविश्वास, कार्यकुशलता और जोशपूर्ण कार्यक्रम से मंच पर चार चाँद लगाए। इस कार्यक्रम का संचालन च्तमच के शौर्य ठाकुर, पराग गर्ग, शौर्य कौशिक, सौम्या बंसल और चैतन्य ने किया। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने ना सिर्फ यह सीखा कि वे किस तरह अपनी शारीरिक क्षमताओं को चुनौती दे सकते है और स्वस्थ रह सकते है बल्कि गायन तथा अन्य क्रियाओं के माध्यम से अपनी कार्यकुशलता और सकारात्मक विचारधारा का प्रदर्शन किया।
इस बहतरीन प्रातः का आरम्भ दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना से हुआ। नन्हीं छात्रा शरण्या ने ओडिसी नृत्य पर सरस्वती वंदना की जिसे देखकर संपूर्ण वातावरण भक्तिमय तथा अभिभावकगण मंत्रमुग्ध हो गए।
छात्रों ने योग और अन्य खेल प्रस्तुत किए तथा अभिभावकों को बताया कि वे किस तरह स्वस्थ रह सकते हैं। तरूण ने अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए योग का बहतरीन प्रदर्शन किया। हैल्थी फूड और जंक फूड के मध्य हुई रस्साकसी ने अभिभावकों को हँसने पर मजबूर कर दिया। नमन शर्मा और इशिका ने भी सभी को स्वस्थ रहने के तरीके बताए। साथ ही संगीत नाटिका ‘चूहे राजा का क्रिकेट‘ ने सभी का दिल जीत लिया। प्रधानाचार्य श्रीमती कपिला इंदु जी ने अभिभावकों को बच्चों की परवरिश कैसे करें तथा किस तरह बच्चे अभिभावकों का अनुसरण करते है विषय पर एक सशक्त संदेश दिया।
प्रबंधक महोदया नीलम गाँधी जी ने बताया कि बच्चों को क्रियाकलापों में बढ़-चढ़कर भाग लेने और आत्मविश्वास को बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि वे जीवन में आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो सकें।
कार्यक्रम का समापन ‘‘जब जिया ले झूम-झूम, देखेगी दुनिया धूम-धूम‘‘ नामक गीत से हुआ।