दिल्ली/गुडगाँव (विनोद वैष्णव ) | मेड ईजी ग्रुप (जोकि प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कि ई.एस.ई, गेेट, सी.एस.सी, इत्यादि के प्रशिक्षण क्षेत्र में प्रसिद्ध हैं) की धर्मार्थ ट्रस्ट ‘‘मेड ईजी फोर यू’’ तथा दिल्ली एन.सी.आर में स्थित मेड ईजी स्कुलों के द्वारा बंधवाड़ी (गुरूग्राम) में वृक्षारोपण अभियाान का आयोजन किया गया। यह ज्ञात हो कि इन क्षेत्रों में पेड़ों की कमी को दूर करने का यह एक छोटा सा प्रयास है। मेड ईजी ग्रुप के कर्मचारियों, छात्रों, अभिभावकों के साथ-साथ मेड ईजी के संस्थापक और सीएमडी श्री बी. सिंह और एम डी श्रीमति ज्योति सिंह ने वृक्षारोपण अभियाान शुरू किया जो अन्य जरूरतमंद क्षेत्रों में जारी रहेगा।
एन.सी.आर एंव कई क्षेत्रों में प्रदुषण की समस्या एक गंभीर चुनौती है, जिसका सामना करने में ये वृक्ष महत्वपूर्ण योगदान निभाएंगे एवं आने वाले वर्षांे में हमारी भावी पीढ़ी को साँस लेने योग्य स्वच्छ वायु उपलब्ध कराएंगे। मेड ईजी ग्रुप समाज के बेहतर उत्थान हेतु विभिन्न उपयोगी कार्यक्रमों के आयोजन में प्रयासरत् रहता है। इस समस्या को हल करने के लिए स्वंय सेवकों की एक टीम ने बंधवाड़ी गाँव में 200 से अधिक पेड़ को वृक्षारोपण किया है और प्रकृति के संरक्षण में स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक प्रयासों में योगदान करने के लिए एक सचेत प्रयास किया। श्री बी सिंह ने कहा मैं यहां उपस्थित होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेड ईज़ी स्कूल के कर्मचारियों ने इस क्षेत्र के पर्यावरण को सुंदर और हरा.भरा बनाने का संकल्प लिया है। मेड ईज़ी अपने सभी स्वयंसेवकों को पौधे और बैरल प्रदान करने और इस वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए आभारी हैं।
मेड इजी की स्थापना वर्ष 2001 में कि गई। जो कई राज्यों में स्थित अपने विभिन्न केन्द्रों से हजारों छात्रों को आइ.एस, गेट, पी.एस.यू, आई.ए.एस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण देता है, और प्रतिवर्ष काबिल एवं बुद्धिमान प्रशासनिक अधिकारियों का चयन करवाता है। मेड इजी ग्रुप में शिक्षा के ही क्षेत्र में नया कदम स्कुलों की ओर बढ़ाया है और इसी संदर्भ में बधंवाड़ी (गुरूग्राम) में मेड इजी स्कूल की (जो 25 एकड़ में फैला है) छतरपुर (दिल्ली) में मेड इजी प्री स्कूल (जो 2.5 एकड़ में बना हुआ है) की एवं सुशान्त लोक (गुरूग्राम) में मेड इजी स्कूल की स्थापना भी की है। मेड इजी का ही धर्मार्थ ट्रस्ट ‘‘मेड इजी फेार यू’’ निरतर समाजिक कार्याें मंे सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाकर देश, समाज एवं पर्यावरण का संरक्षण कर रहा है।