फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| छात्रों के सर्वागीण विकास के महत्वपूर्ण पॉइंट्स
- शाम 8:00 बजे तक टीवी बंद कर दें। टीवी पर आठ बजे के बाद आपके बच्चे से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं होता है।
- अपने बच्चे की स्कूल डायरी देखने के लिए 30-45 मिनट निकालिए। उसके गृहकार्य पूरे करवाएं।
- रोज सभी विषयों में उनका प्रदर्शन देखिए। उन विषयों का खास ध्यान रखिए जिसमें वह अच्छा नहीं कर रहा है।
- बच्चों की बुनियादी शिक्षा भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
- उन्हें रात को 10:00 बजे तक सोने और सुबह 6:00 बजे उठने की आदत डालिए।
- अगर आप किसी पार्टी/सामाजिक आयोजन में जाते हैं और बच्चों के साथ देर रात तक लौटते हैं तो अगले दिन बच्चे को आराम करने दीजिए (स्कूल मत भेजिए) अगर आप चाहते हैं कि बच्चा अगले दिन स्कूल जाए तो रात 10:00 बजे तक घर लौट आइए।
- अपने बच्चे में पौधे लगाने और उनका ख्याल रखने की आदत का विकास कीजिए।
- सोने के समय अपने बच्चों को वीर शिवाजी, डॉ बी आर अम्बेडकर, सावित्री बाई फुले ज्योतिबा फुले की जीवन गाथा और संघर्ष की कहानियां जरूर सुनाए।
- हर साल गर्मी की छुट्टी में (अपने बजट के अनुसार ) कहीं घूमने जाइए। इससे वे अलग-अलग लोगों के साथ और अलग जगहों पर रहना सीखते हैं।
- अपने बच्चे की प्रतिभा का पता लगाइए और उसे इसको निखारने में सहायता कीजिए । (वह किसी विषय, संगीत, खेल, अभिनय, चित्रांकन, नृत्य आदि में दिलचस्पी रख सकता है) इससे उसका जीवन आनंददायक हो जाएगा।
- बच्चों को सिखाइए कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए (कम से कम गर्म चीजें प्लास्टिक में उपयोग न करें )।
- हर रविवार कोशिश कीजिए कि खाने की कोई ऐसी चीज बनाएं जो आपके बच्चों को बेहद पसंद है। उन्हें इसमें अपनी मदद करने के लिए कहिए (उन्हें अच्छा लगेगा)।
- प्रत्येक बच्चा जन्म से वैज्ञानिक होता है उसके पास ढेरों सवाल होते हैं मुमकिन है हम जवाब न दे पाएं पर जानकारी न होने के कारण हमें सवाल पर गुस्सा नहीं दिखाना चाहिए (उत्तर पता करने की कोशिश कीजिए और उन्हें बताइए)।
- उन्हें अनुशासन और जीने के बेहतर तरीकों के बारे में बताइए। ( बच्चों को सही और गलत का अंतर समझाइए )
- उनमें खुद पढ़ने और सीखने की आदत डालिए।
- उन्हें मोबाइल फोन का उपयोग न करने दिया जाए, आवश्यक होने पर अपनी देख-रेख में ही मोबाइल का उपयोग करने दिया जाए।
- बच्चे को अपने काम में सहायता करने के लिए कहिए। (इसमें खाना बनाना, सफाई,चीजों को व्यवस्थित करना शामिल है।)
- सबसे महत्त्वपूर्ण कि हमें अपने बच्चों को शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी दें ताकि वो अपने जीवन में सफल और सही इंसान बन सके।
हमें अपने अनुभव के आधार पर अपने बच्चों का जीवन सुंदर और स्वस्थ बनाने में उनकी सहायता करनी चाहिए। यदि यह पोस्ट सार्थक लगे तो शेयर करें।