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Posted by: | Posted on: May 7, 2018

वरिष्ठ नागरिकों को उद्योग मंत्री ने दी भव्य सीनियर सिटीजन क्लब की सौगात

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) : अगर फरीदाबाद को सही मायनों में स्मार्ट बनाना है तो वरिष्ठ नागरिकों को भी हमें स्मार्ट सुविधाएँ देनी होंगी क्योंकि शहर के विकास में अपनी ज़िंदगी समर्पित करने वालों का ख़्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है और इसी सोच के तहत इस सीनियर सिटीजन क्लब का निर्माण किया गया है ।ये विचार उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर 8 में सीनियर सिटीजन के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए जिसका निर्माण 1 करोड़ 22 लाख की लागत से किया गया है । इस सीनियर सिटीजन क्लब के भवन में वरिष्ठ नागरिकों के लिए आराम कक्ष , लाइब्रेरी , इंडोर और आउटडोर खेलों की व्यवस्था , डिस्पैंसरी की जगह जैसी तमाम सुविधाओं का इंतज़ाम किया गया है । इस मौके पर विपुल गोयल ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए मोदी सरकार ने जितना काम किया है , पूर्व में किसी सरकार ने नहीं किया ।नोटबंदी के बाद भी मोदी जी ने पहला कदम बुज़ुर्गों के लिए उठाया जिसके तहत बुज़ुर्गों को साढ़े सात लाख रूपये तक की राशि पर 10 साल तक 8 प्रतिशत ब्याज देने का फ़ैसला सरकार ने किया ताकि ब्याज से उनका महीने का ख़र्च चलता रहे और अब साढ़े सात लाख रूपये की सीमा को बढाकर 15 लाख कर दिया गया है । उन्होने कहा कि बीमारियों के इलाज में भी मोदी सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी राहत दी है । देश में 10 करोड़ वरिष्ठ नागरिक हैं जिनमें से 5 फ़ीसदी बुज़ुर्ग हृदय रोग से पीड़ित रहते हैं और उनको स्टेंट की जरूरत पड़ती है जो स्टेंट पहले 1 लाख 20 हज़ार में मिलता था वो अब 30 हज़ार से भी कम में उपलब्ध है।उन्होने कहा कि चाहे ट्रेनों में लोअर बर्थ कोटा बढ़ाने की बात हो , स्मार्ट कार्ड योजना की बात हो , कर में छूट की बात हो , सस्ते उपकरण देने की बात हो , बीजेपी सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए तमाम कदम उठाए हैं । विपुल गोयल ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास का पैमाना ये होता है कि वहाँ बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए क्या सुविधाएँ हैं और स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में बुज़ुर्गों को स्मार्ट सुविधाएँ देने में वो कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । इस मौके पर स्थानीय पार्षद कुलबीर तेवतिया , एनके गर्ग, प्रकाशवीर नागर, एसआर रावत, आरके शर्मा,महेश गुप्ता, रणवीर गर्ग,जगराम नागर,राजपाल शर्मा,वाई पी भल्ला, वीके उप्पल, वीएन पांडे,वज़ीर डागर, ललित गुप्ता और नरेश चोपड़ा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे ।
Posted by: | Posted on: May 4, 2018

पलवल में 25 अप्रैल से खसरा रूबेला अभियान शुरू हो चुका है

पलवल( विनोद वैष्णव )।सिविल सर्जन डा. बीर सिंह सहरावत ने बताया कि जिला पलवल में 25 अप्रैल से खसरा रूबेला अभियान शुरू हो चुका है। जिसके तहत जिले में लगभग एक लाख बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। 03 मई को 116 स्कूलों में अभियान के तहत सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें डीवीएम स्कूल मंडोरी व त्रिवेणी स्कूल गहलब में 100 प्रतिशत टीकाकरण किया गया, जिसमे डा. मनमोहन व डा. ललित की टीम द्वारा कार्य किया गया। सिविल सर्जन डा. बीर सिंह सहरावत, सुमन जैन डीईओ ने रहमानया पब्लिक स्कूल व आजाद पब्लिक स्कूल रूपडाका का दौरा किया। सिविल सर्जन ने स्कूलों में मौजुद अभिवावकों व बच्चों को खसरा रूबेला के बारे में जानकारी दी व लोगो को टीकाकरण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया।

Posted by: | Posted on: May 4, 2018

बाल भवन मे चलाये जा रहे मूक बाधिर कल्याण केंद्र के बच्चों ने आधार मानव सेवा संस्था फरीदाबाद द्वारा आयोजित को मेगा इंटरनेशनल डांस डे नामक प्रतियोगिता मे भाग लिया

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )|जिला बाल कल्याण परिषद्, फरीदाबाद द्वारा बाल भवन मे चलाये जा रहे मूक बाधिर कल्याण केंद्र के बच्चों ने आधार मानव सेवा संस्था फरीदाबाद द्वारा आयोजित  को ७ह्लद्ध मेगा इंटरनेशनल डांस डे नामक प्रतियोगिता मे भाग लिया 7 यह प्रतियोगिता स्पेशल बच्चों के लिए आयोजित कि गई जो कि नगर निगम सभागार में कि गयी 7 इस केंद्र की कुमारी हरप्रीत कौर ने एकल नृत्य में गोल्ड मैडल प्राप्त किया तथा इसी केंद्र की छात्राए कुमारी साक्षी, रौशनी, हरप्रीत, चंचल तथा रुक्सार ने समूह नृत्य में गोल्ड मैडल प्राप्त करके मूक बाधिर कल्याण केंद्र एवं बाल भवन फरीदाबाद का नाम रोशन किया 7 जिला बाल कल्याण अधिकारी श्री सरबजीत सिंह सिबिया ने सभी विजयी बच्चों को समानित किया एवं दूसरों बच्चों को इनसे प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया, उन्होंने बताया की इन बच्चों में बहुत ही प्रतिभा छुपी हुई है जिसको हमें इनको प्रोत्साहित करके इनकी प्रतिभा को निखारना है ताकि ये बच्चे अपने आप को अन्य सामान्य बच्चो की तरह महसूस कर सके 7 इस केंद्र की अध्यापिका श्रीमती अरुणा अरोरा व साहियका श्रीमती हरजिंदर कौर भूमिका प्रशसनीय रही 7 इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी श्री सुन्दर लाल खत्री, लेखाकार श्री उदय चंद, श्री सुमित शर्मा इत्यादि उपस्थित रहे

Posted by: | Posted on: May 1, 2018

एम वी एन विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया गया

( विनोद वैष्णव )|  एम वी एन विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ  कुलपति प्रो. (डॉ) जे.वी. देसाई  और माननीय कुलसचिव डॉ. राजीव रतन , प्रो. (डॉ.) बदरुद्दीन, डॉ. विनीत सिन्हा जी, डॉ दिशा सचदेवा जी द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।कार्यक्रम के संचालक  तरुण विरमानी  ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय तौर पर श्रमिक दिवस मनाने की शुरुआत 4 मई 1886 को हुई थी। अमेरिका में श्रमिक संघों ने मिलकर निश्चय किया कि वे 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं करेंगे, जिसके लिए संगठनों ने हड़ताल की। इस हड़ताल के दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम ब्लास्ट हो गया। जिससे निपटने के लिए पुलिस ने मजदूरों पर गोली चला दी, जिसमें कई श्रमिकों की मौत हो गई और 100 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। इसके बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन मैं घोषणा की गई की गई कि हेमार्केट नरसंघार में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रुप में मनाया जाएगा। भारत में श्रमिक दिवस कामकाजी लोगों के सम्मान में मनाया जाता है। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी, हालांकि उस समय इसे मद्रास दिवस के रुप में मनाया जाता था। 1 मई को श्रमिकों/कामगारों के समाज में योगदान और सम्मान में प्रत्येक वर्ष श्रमिक दिवस मनाया जाता है जिसे हम लेबर डे, मई दिवस, श्रमिक दिवस आदि नामों से भी जानते हैं। इस दिन समाज निर्माण में श्रमिकों, कामगारों, मजदूरों की महत्ता का सम्मान किया जाता है।

इस अवसर पर विधि विभाग के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. राहुल वार्ष्णेय जी ने श्रमिकों की मुख्य समस्याएं का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत में श्रमिकों और कामगारों की प्रमुख समस्याएं जैसे कामगारों में शिक्षा का अभाव, कार्य के अनियमित एवं अनिश्चित घंटे होना, स्थायित्व का अभाव एवं मालिकों की दूषित मनोवृत्ति का होना। प्रतिकूल कार्य की दशाएं एवं लघु व कुटीर उद्योगों का पतन होना मुख्य हैं।

उन्होंने बताया भारत में श्रम नीति, सामाजिक सुरक्षा एवं न्याय की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप विकसित हुई है और इसके दो मुख्य उद्देश्य रहे हैं। देश में औद्योगिक शांति बनाए रखना और श्रमिकों के कल्याण को हर परिस्थिति में सुरक्षित एवं प्रोत्साहन देना। श्रमिकों एवं कामगारों के अधिकारों के लिए कई प्रकार के कानून एवं नियम हैं,जिसमें समय समय पर संशोधन किया जाता है। जिसमें कुछ मुख्य नियम: न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948, ठेका मजदूरी

अधिनियम 1970, प्रसूति लाभ अधिनियम 1961, समान मजदूरी अधिनियम 1976, श्रमिक मुआवजा अधिनियम 1923,

कर्मचारी राज्य बीमा योजना अधिनियम 1948, ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम 1972, राष्ट्रीय बाल श्रमिक नीति 1987, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद 1996, रोजगार एवं प्रशिक्षण निदेशालय हैं। जिनसे श्रमिकों/कामगारों के अधिकारों का प्रवर्तन करवाया एवं किया जा सकता है जिससे समाज में उनके सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा के न्याय को प्राप्त किया जाता है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) देसाई जी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस लाखों श्रमिकों के परिश्रम, दृढ़ निश्चय और निष्ठा का दिवस है। किसी भी समाज, देश, संस्था और उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों की अहम एवं महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इमारत हो या राष्ट्र, उसकी नींव की आधारशिला श्रमिकों के श्रम से ही होती है। अतः श्रमिकों को उचित सम्मान देना हम नागरिकों, उद्योगपतियों एवं सरकारों का प्रथम कर्तव्य है।इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के कर्मचारी गणों के योगदान का आभार व्यक्त किया एवं उन्हें प्रोत्साहित किया की एम वी एन संस्था को और अधिक दक्षता से अग्रसर किया जा सके।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त कर्मचारी गणों के लिए सौ मीटर दौड़, वॉलीबॉल और क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 100 मीटर दौड़ में महिला प्रतियोगियों में रामवती प्रथम, शीला द्वितीय, देववती तृतीय स्थान पर रहीं वहीं 40 वर्ष से कम पुरुष प्रतियोगियों में दीपक प्रथम, तौफीक द्वितीय, किस्मत तृतीय स्थान पर रहे दूसरी ओर 40 वर्ष से अधिक 100 मीटर दौड़ में करण माली ने प्रथम स्थान, महेंद्र द्वितीय और कुंवरपाल तृतीय स्थान पर रहे। वॉलीबॉल खेल में महेश की कप्तानी में विश्वविद्यालय परिवहन विभाग की टीम ने प्रथम स्थान और दिनेश की कप्तानी में विश्वविद्यालय सुरक्षा कर्मी  की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया वहीं क्रिकेट में विश्वविद्यालय परिवहन विभाग   की टीम ने जीत हासिल की। अंत में उनके लिए जलपान की व्यवस्था भी की गई।

कार्यक्रम के अंत में माननीय कुलसचिव डॉ. राजीव रतन जी ने सभी लोगों का धन्यवाद प्रस्तुत किया और कहा श्रमिक का मतलब हमेशा गरीब से नहीं होता है श्रमिक वह इकाई है जो हर सफलता का अभिन्न अंग है, फिर वह चाहे ईंट गारे से सना इंसान हो या ऑफिस की फाइल्स के बोझ तले दबा एक कर्मचारी। हर इंसान जो किसी संस्था के लिए श्रम करता है और बदले में पैसे लेता है श्रमिक कहलाता है। श्रमिक/कामगार पैसा कमाने के लिए काम नहीं करते हैं बल्कि जीवन न्याय संगत हो इसके लिए कार्य करते हैं। श्रमिक ही एक ऐसा व्यक्ति है जो आपके सपनों को साकार करने के लिए अपना पसीना बहाता है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव श्रीमान दीपक मिश्रा जी, सहकुलसचिव श्री कपिल चौहान जी, श्रीमान त्रिलोक शर्मा जी, खेलकूद प्रशिक्षक श्री राम कुमार जी,एस्टेट मैनेजर श्री विवेक चौधरी जी ने अपने समस्त सहयोगियों के साथ इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर सहयोग व प्रतियोगियों का समर्थन किया।

Posted by: | Posted on: April 29, 2018

बारबेक्यू नेशन पेश करता है ‘फेस्टिवल लीग’, उपलब्ध होंगे सभी फूड फेस्ट के बेस्ट विकल्प

नई दिल्ली( विनोद वैष्णव )| देश की सफ़लतम रेस्टोरेंट श्रृंखलाओं में शुमार बारबेक्यू नेशन अपने ग्राहकों के लिए लेकर आया है ‘फेस्टिवल लीग’- द बेस्ट ऑफ द फेस्ट। यह फूड फेस्टिवल 26 अप्रैल से 13 मई तक मनाया जाएगा। इस फेस्टिवल लीग में बारबेक्यू नेशन में नियमित रूप से होने वाले लोकप्रिय फूड फेस्टिवल्स के सबसे बेहतरीन विकल्प परोसे जाएंगे। दिल्ली और उसके आस-पास के सभी बारबेक्यू नेशन आउटलेट्स में भोजनप्रेमी अभी चल रहे आईपीएल सीज़न की तर्ज़ पर ‘फेस्टिवल लीग’ के विशेष मेन्यू का आनंद ले सकेंगे।फूडीज़ इस फेस्टिवल में रिवर्स स्विंग टंगड़ी का स्वाद ले सकेंगे। मुंह में पहुंचते ही घुलने वाला यह चिकन का स्वादिष्ट व्यंजन सुगन्धित भारतीय मसालों में मेरिनेट करके तैयार किया गया जाता है। इसके अलावा ग्राहकों के लिए जले हुए लहसुन में बारबेक्यू की गई बिना कांटों वाली नकल बॉल फिश और भुने हुए फिश फिलेट्स से बना, विभन्न प्रकार के सॉस और डिप के साथ परोसा जाने वाला एलबीडब्ल्यू फिश स्टेक भी उपलब्ध होगा। शाकाहारी ग्राहक मसालों में भिगो कर अच्छे से पकाए गए बटन मशरूम से बने – लेग्गी मशरूम, ज़रूर आज़माए जाने वाले पकवानों की सूची में शामिल खट्टे-मीठे स्वाद वाले क्रीमी पनीर से बने – फ्लिपर पनीर और मेरिनेट करके सींक में कोयले पर भूनी गई स्वादिष्ट सब्जियों से बने – लेग कटर शाशलिक का ज़ायका ले सकेंगे। मेन कोर्स में मटन कुंदन कलियां – विशुद्ध अवधि शैली में पकाई गई सुनहरी ग्रेवी वाली खास मटन करी और नेल्लौर फिश करी – आंध्रा के तटों से पहुंची सुर्ख रंग की मसालेदार फिश करी परोसी जाएगी। शाकाहारी मेहमान मेन कोर्स में पनीर रोगनी का स्वाद ले सकेंगे। यह रसीले पनीर को मसालेदार ग्रेवी में पकाकर बनाया जाने वाला एक लाजवाब पकवान है।सलाद मेन्यू में इस बार स्वाद, रंग और महक का अनोखा संगम बनाया गया है। ग्राहक इस फेस्टिवल में ब्रेड और शाही सब्जियों से बने फेटूश सलाद, पास्ता सलाद, पत्तीदार सलाद, पूर्वी यूरोपियन सलाद, क्रीमी फलों के सलाद और सिंपल कंपाउंड सलाद में से चुन सकेंगे।खाने के इतने ज़ायकेदार अनुभव को और भी मज़ेदार बनाने के लिए डेज़र्ट (मीठा) के काउंटर पर दूर से ही लुभा लेने वाले शानदार पकवानों को सजाया गया है। इनमें तिरामिसु, बेक्ड चीज़केक, मिर्ची का हलवा, ब्राउनी बॉटम चीज़केक, बटर स्कॉच पेस्ट्री, गुलाब जामुन और क्रंची मंची चॉकलेट शामिल हैं।बारबेक्यू नेशन हॉस्पिटेलिटी लिमिटेड के सीईओ, श्री समीर भसीन ने कहा – “देश पर आईपीएल का बुखार चढ़ चुका है और ये वक्त है बारबेक्यू के शानदार पकवानों के साथ क्रिकेट का मज़ा लेने का। ऐसे में हमने तय किया कि ग्राहकों के लिए अब तक हमारे द्वारा आयोजित किए गए सबसे अच्छे फूड फेस्टिवल्स की हीरो डिशेज़ यानि सर्वश्रेष्ठ पकवानों को एक साथ लेकर आएंगे। इस फेस्टिवल ने हमें मौका दिया कि हम ग्राहकों को हकूना मताता, ब्लॉकबस्टर बारबेक्यूज़, दिल्ली वाली खाऊ गली और अन्य फूड फेस्टिवल्स के व्यापक मेन्यू में से सबसे विशिष्ट व्यंजन एक ही साथ परोस कर उनका अनुभव शानदार बना सकें।”

 

Posted by: | Posted on: April 26, 2018

दिव्यांगों को कृत्रिम पैर देने के लिए डीपीएस स्कूल के छात्रों ने लगाई जम्प

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) : दिव्यांगों को कृत्रिम पैर देने के लिए सेक्टर 81 स्थित डीपीएस स्कूल “जम्प फॉर हेल्थ “ कार्यक्रम का आयोजन किया गया । आदित्य बिरला ग्रुप की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के तहत प्रति 10 हजार जम्प पर एक व्यक्ति को कृत्रिम पैर लगाया जाता है । इसी के तहत आदित्य बिरला ग्रुप के प्रतिनिधि की मौजूदगी में डीपीएस स्कूल के 2750 बच्चों ने जम्प लगाई । प्रत्येक बच्चे ने 60 बार जम्प किया  । इस कार्यक्रम में प्रिंसिपल श्रीमती सुरजीत खन्ना सहित सभी अध्यापकों ने भी शिरकत की । जम्प इवेंट से पहले बच्चों को कृत्रिम पैर के साथ माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई गई कि किस तरह हौंसलों के दम पर मुश्किलों से जीता जा सकता है । इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल  सुरजीत खन्ना ने कहा कि जम्प करना बच्चों की सेहत के लिए लाभदायक है तो साथ ही बच्चों के जम्प करने से अगर किसी ज़रूरतमंद को नई ज़िंदगी मिलती है तो ये बेहद अच्छा अभियान है और डीपीएस स्कूल हमेशा सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाता है । उन्होंने कहा कि हमारा छोटा सा योगदान किसी की ज़िंदगी में बड़ा बदलाव ला सकता है और इस तरह के कार्यक्रमों से छात्रों को देश के लिए कुछ अच्छे कार्य करने के संस्कार भी मिलते हैं ।
Posted by: | Posted on: April 25, 2018

MREI के प्रधान प्रशांत भल्ला और मंत्री विपुल गोयल ने किया उद्घाटन

 फरीदाबाद( विनोद वैष्णव )पलवल के सिविल अस्पताल में फरीदाबाद नवचेतना ट्रस्ट की ओर से महाराजा अग्रसेन स्नेहभोज कैंटीन की शुरुआत की गई है। इस कैंटीन में आम लोगों को 5 रुपये ओर 10 रुपये में पेट भर खाना मिलेगा। इस दौरान हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल और फरीदाबाद नवचेतना ट्रस्ट और मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के चेयरमैन डॉ. प्रशांत भल्ला और वाईस प्रेजिडेंट डॉ. अमित भल्ला मौजूद रहे। विपुल गोयल और डॉ. प्रशांत भल्ला ने कैंटीन का उद्घाटन किया। आरएसएस के प्रांत संचालक पवन जिंदल ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।इस दौरान विपुल गोयल ने नवचेतना ट्रस्ट के इस कार्य की सराहना की ओर बताया कि इस कैंटीन में सिर्फ दोपहर भोज ही नहीं बल्कि यहाँ रात का खाना भी मिलेगा। यहां उन्होंने लोगों को मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की ओर से मोरारी बापू जी द्वारा 26 मई से 3 जून तक करवाई जा रही श्री राम कथा का भी न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि लोग ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में यहां पहुंचें और राम कथा का आनंद लें।डॉ प्रशांत भल्ला ने उम्मीद जताई कि इस तरह के कार्य होते रहें ताकि कोई भी भूखे पेट न सोए। उन्होंने इस दौरान मानव रचना के फाउंडर विज़नरी डॉ ओपी भल्ला को याद किया और बताया कि वो हमेशा चाहते थे कि फरीदाबाद में संतों का आना जाना लगा रहे,, इसलिए उन्होंने सैनिक कॉलोनी में शिव मंदिर की स्थापना की और अब संस्थान की ओर से 26 मई से 3 जून तक श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है इसमें सभी बढ़चढ़कर हिस्सा लें।आपको बता दें, इस कार्यक्रम में पर्फेक्ट ब्रेड्स एचके बतरा के चेयरमैन, केसी लखानी ग्रुप के चेयरमैन और फरीदाबाद नवचेतना ट्रस्ट के एडवाइजर डीसी चौधरी भी मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: April 25, 2018

सेक्स एजुकेशन क्यों ज़रूरी हैं बच्चो के लियें?

सेक्स हमारे देश में एक ऐसा विषय है जिसके बारे खुल कर बात करना तो दूर सोचना भी गन्दा काम माना जाता हैं जबकि हर कोई यह भूल जाता हैं कि इसी गंदे काम के कारण लोग इस दुनिया में आये हैं.

पहले के वक़्त में तो यह किसी पिशाच से कम नहीं था लेकिन अभी के समय में लोगो की सोच इस विषय को लेकर बदल रही हैं. अब सेक्स सिर्फ एक वासना पूर्ति के साधन के रूप में न लेकर एक शिक्षा के रूप में लोगो तक पहुचाया जा रहा हैं.

भारत में स्कूली शिक्षा के साथ ही सेक्स शिक्षा को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए कदम उठाएं गए, लेकिन आज भी देश के लोगों को सेक्स शिक्षा को अपनाना रास नहीं आया. इसलिए लोगों ने यौन शिक्षा का अच्छा खासा विरोध जताया.

बदलते भारत के साथ ही कई क्षेत्रों में भी परिवर्तन हुए है, इन्हीं परिवर्तनों के चलते कुछ परिवर्तन सही दिशा में हुए तो कुछ गलत दिशा में.इन्हीं परिवर्तनों के चलते सरकार ने हाल ही के दिनों में शिक्षा में भी अमूल-चूल परिर्वतन करने की कोशिश की.

इन परिवर्तनों के तहत सरकार स्कू्ली बच्चों की शिक्षा में छठीं क्लास से सेक्स शिक्षा को भी शामिल करना चाहती है, लेकिन भारत में सेक्स शिक्षा को लेकर खूब बवाल मचाया गया.

लोगों का मानना है कि स्कूलों में सेक्स एजुकेशन होने से भारतीय सभ्यता और संस्कृति पर नकारात्मक असर पड़ेगा.

क्या आप जानते हैं आज के समय में सेक्स एजुकेशन का बहुत महत्व है.

यदि स्कूलों में सेक्स एजुकेशन शुरू कर दी जाए तो इसका किशोरों को पथभ्रष्ट‍ होने से रोका जा सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है बच्चों को सही रूप में पूर्ण सेक्स शिक्षा दी जाए. स्कूलों में यौन शिक्षा के माध्यम से न सिर्फ भविष्य में यौन संक्रमित बीमारियों से बचा जा सकता है बल्कि असुरक्षित यौन संबंधों से भी बचा जा सकता है.

बच्चों को सही उम्र में सेक्स एजुकेशन देने से उनके शारीरिक विकास के साथ ही मानसिक विकास भी पूरी तरह से होता है.

आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान में 27 से 30 फीसदी होने वाले एबॉर्शन किशोरी लड़कियां करवाती हैं, यदि उन्हें सही रूप में यौन शिक्षा दी जाएगी तो वे गर्भपात के जंजाल से आसानी से बच सकती हैं यानी बिन ब्याहें मां बनने से बच सकती हैं.

बढ़ती उम्र में बच्चे नई-नई चीजों को जानने के इच्छुक रहते हैं और आज के टैक्नोलॉजी वर्ल्ड़ में कुछ भी जानना नामुमकिन नहीं. यदि बच्चों को सही समय पर सही रूप में यौन शिक्षा नहीं दी जाएगी तो अपने प्रश्नों का हल ढूंढ़ने के लिए वे इधर-उधर के रास्ते अख्तियार करेंगे जो कि बच्चों के मानसिक विकास में बाधा डाल सकते हैं. भारत में सेक्स शिक्षा लागू होने के साथ-साथ अभिभावकों को भी इस ओर जागरूक होना होगा और अपने बच्चों को सही उम्र में यौन शिक्षा से सरोकार कराना होगा, तभी सेक्स शिक्षा का सकारात्मक प्रभाव दिखाई पड़ेंगे.

आज आप अपने परिवार या आसपास के लोगों को देखेंगे तो आप पाएंगे कि वे मैच्योर होने के बावजूद सेक्स के बारे में बात करने से कतराते हैं. इसका एकमात्र कारण यही है कि आज भी लोग सेक्स जैसे मुद्दे पर बात करने से कतराते हैं और उन्हें सेक्स के बारे में पूर्ण जानकारी भी नहीं है, ऐसा सिर्फ इसलिए है क्योंकि अब तक भारत में सेक्स शिक्षा को स्कूलों में लागू करने के बारे में सोचा भी नहीं गया था.

इन सारी बातों से यह तो ज्ञात हैं कि सेक्स एजुकेशन हमारे लिए और हमारे समाज के लिए कितना ज़रूरी हैं लेकिन उससे कही अधिक वह हमारे बच्चों के लिए भी ज़रूरी हैं.

 

For More Info :- http://www.jkhealthworld.com/hindi/यौन-शिक्षा

Posted by: | Posted on: April 25, 2018

हरियाणा के उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने आज स्थानीय नागरिक अस्पताल में  खसरा व रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया

पलवल ( विनोद वैष्णव )। हरियाणा के उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने आज स्थानीय नागरिक अस्पताल में खसरा व रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया और बच्चों को खसरा व रूबेला और पोलियो की दवा पिलाई। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने 9 महीने से 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों को रूबेला व खसरा के टीके अवश्य लगवाएं, जिससे उन्हें बीमारियों से बचाया जा सके। इस टीकाकरण से किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है, बल्कि हमारे बच्चे जीवन भर निरोगी व स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने 9 महीने से 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों को खसरा व रूबेला जैसी बीमारियों के संक्रमण से बचाने के लिए यह अभियान चलाया है। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ आम जनमानस भी इस अभियान की पूर्ण सफलता सुनिश्चित करने की उद्देश्य से अपना सहयोग दे। अभिभावक जागरूक होकर अपने बच्चों को टीके लगवाएं तथा अपने मन में किसी भी प्रकार की भ्रांति न रखे। यह टीके पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। यह टीके जीवनभर बच्चे को रूबेला व खसरा के संक्रमण से बचाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान को पूर्ण रूप से सफल बनाना जरूरी है तभी इसका अधिक से अधिक लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान पहले दो सप्ताह सभी स्कूलों व मदरसों में चलाया जाएगा और इसके बाद अगले दो सप्ताह सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। इस अवसर पर उपायुक्त मनीराम शर्मा, सिविल सर्जन डा. बीर सिंह सहरावत, हरियाणा भाजपा कोषाध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता, हरियाणा श्रम बोर्ड के उपाध्यक्ष हरी प्रकाश गौतम, भाजपा जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत, भाजपा नेता राजेश नागर, पूर्व विधायक रामरत्न, महाराज महंत कांता दास सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

Posted by: | Posted on: April 20, 2018

स्वास्थ्य केन्द्रों में लोगों को उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने के लिए राज्य की कुछ इकाइयों ने कायाकल्प पुरस्कार

नई दिल्ली( विनोद वैष्णव ) हरियाणा के सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में लोगों को उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने के लिए हरियाणा राज्य स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केन्द्र द्वारा की गई पहल और निरन्तर प्रयासों के फलस्वरूप राज्य की कुछ इकाइयों ने कायाकल्प पुरस्कार और 18 अन्य को राष्टï्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के अनुसार प्रमाणित किया गया है।
हरियाणा राज्य स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केन्द्र की कार्यकारी निदेशक डॉ.सोनिया त्रिखा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री  जे.पी नड्डा ने वीरवार को  नई  दिल्ली में पीजीआईएमईआर,आरएमएन अस्पताल में आयोजित राष्टï्रीय गुणवत्ता सम्मेलन में स्वच्छ भारत अभियान के अनुसार कायाकल्प पुरस्कार प्राप्त करने वाले सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों को सम्मानित किया।
डॉ. त्रिखा ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री  जे.पी नड्डा ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत उत्कृष्टï प्रदर्शन करने वाले सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प पुरस्कार से सम्मानित किया।  उन्होंने बताया कि हरियाणा में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रायपुर रानी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कायाकल्प कार्यक्रम के तहत हरियाणा के 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, एक उप-जिला अस्पताल (बल्लभगढ़) और पांच जिला अस्पताल पंचकूला, गुरुग्राम, रोहतक, अम्बाला और फरीदाबाद  ने प्रशस्ति पुरस्कार प्राप्त किया।
इसके अतिरिक्त, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री अश्वनी कुमार चौबे ने हरियाणा के 18 स्वास्थ्य केन्द्रों को राष्टï्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के अनुसार उत्कृष्टï सेवाओं के लिए पुरस्कृत किया और इनमें से जिला कुुरुक्षेत्र के कृष्णा नगर गामड़ी में स्थापित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (यूपीएचसी) राष्टï्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अन्तर्गत गुणवत्ता प्रमाण- पत्र प्राप्त करने वाला भारत का पहला शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बन गया है।
इस अवसर पर सम्मानित कि गए शेष 17 स्वास्थ्य केन्द्रों में पंचकूला, गुरुग्राम, फरीदाबाद एवं रोहतक के जिला अस्पताल, गन्नौर (सोनीपत)का एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और पंजोखड़ा (अम्बाला),बोह (अम्बाला), साहा (अम्बाला), पिंजौर (पंचकूला), कोट (पंचकूला), बरवाला (पंचकूला),मुरथल (सोनीपत), राइसीना (कैथल), दयालपुर (फरीदाबाद), छैनसा (फरीदाबाद), भागल (कैथल)और बाढसां (करनाल) शामिल है।
उन्होंने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए गुणवत्ता अश्वासन कार्यक्रम क्रियान्वत करने के लिए राज्यों की मदद करने के लिए गुणवत्ता सुधार के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू किए है जिनमें राष्टï्रीय गुणवत्ता अश्वासन मानक, कायाकल्प, स्वच्छ स्वस्थ सर्वत्र (खुले में शौच से मुक्त खण्डों में स्वास्थ्य केन्द्रों का सुदृढीकरण), लक्ष्या (प्रसूति कक्ष गुणवत्ता सुधार पहल) शामिल है।
हरियाणा राज्य स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केन्द्र द्वारा मुख्यालयों पर राज्य गुणवत्ता अश्वासन इकाई और जिलों में जिला गुणवत्ता अश्वासन इकाईयों के माध्यम से 328 स्वास्थ्य केन्द्रों में यह कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है जिनमें 20 जिला अस्पताल, 23 उप जिला अस्पताल, 79 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और 206 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शामिल हैं।