फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | नेशनल आइ एम ए और स्टेट आई एम ए के आदेश का पालन करते हुए आई एम ए फरीदाबाद ने क्रमिक भूख हड़ताल का आयोजन किया। इसमें डॉक्टर पुनीता हसीजा, डॉक्टर सुरेश अरोड़ा ,डॉक्टर एमसी गुप्ता, डा शिप्रा गुप्ता, डॉक्टर दिनेश गुप्ता, डॉ अश्विनी वधावन ,डॉक्टर कामना बक्शी, डॉ राजीव जैन, डॉ वंदना उप्पल, डा ललित हसीजा ने भूख हड़ताल करके भाग लिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन बीके चौक पर डॉ भारती गुप्ता के क्लीनिक के सामने किया गया। डॉक्टर सुरेश अरोड़ा और डॉक्टर पुनीता हसीजा ने यह बताया की नवंबर में भारत सरकार की ओर से एक नीति बनाई गई जिसके तहत आयुर्वेद के डॉक्टरों को विभिन्न प्रकार की सर्जरी करने की अनुमति दी गई ।आई एम ए का मानना है कि इस नीति के तहत आयुर्वेद के डॉक्टर आम जनता के साथ सही तरीके से न्याय नहीं कर पाएंगे ,क्योंकि 2 साल की ट्रेनिंग में ही 57 तरह की सर्जरी को सीख लेना हमारे हिसाब से तर्कसंगत नहीं है । इसमें जनरलसर्जरी, आर्थो surgery,, डेंटल,gyne, आंख सभी प्रकारकी surgery को शामिल किया गया हैं, जो कि बिल्कुल भी सही नहीं है।
हम यह चाहते हैं कि सरकार को यह पॉलिसी वापस लेनी चाहिए। अन्यथा इससे आम जनता को और आने वाली पीढ़ियों के डॉक्टरों को नुकसान होने की संभावना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह की सर्जरी करने के लिए एलोपैथी तरीके की बेहोशी करने के भी व्यवस्था करने की समस्या रहेगी और विभिन्न प्रकार की एलोपैथिक दवाइयों का इंतजाम करने की भी समस्या रहेगी। इन सभी पहलुओं को मध्य नजर रखते हुए ऐसा समझा जाता है जा रहा है कि यह नीति आम जनता के लिए बहुत ही नुकसानदायक होने वाली है