फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डी.ए.वी. शताब्दी महाविद्यालय में इनोवेशन काउंसिल इकाई द्वारा डिजाइन थिंकिंग,क्रिटिकल थिंकिंग व इनोवेशन डिजाइन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य समस्या-समाधान के लिए एक संरचित और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देना, अनुशासित और विश्लेषणात्मक सोच को विकसित करना और अभिनव डिजाइन के माध्यम से नए समाधानों के निर्माण को प्रोत्साहित करना रहा।
मुख्य वक्ता के रूप में वी.आई.आई.पी.एस. के निदेशक वेंकटेश भारती ने थ्री आई यानि आइडिया, इनोवेशन और कार्यान्वयन की अवधारणा पर चर्चा की। कार्यशाला का आयोजन आईआईसी अध्यक्षा व महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया के निर्देशन में किया गया। कार्यशाला में बीबीए, बीसीए, बीएससी और बी.वोक रिटेल मैनेजमेंट प्रोग्राम के लगभग 400 छात्रों ने भाग लिया।
कार्यशाला में व्यावहारिक कौशल और अंतर्दृष्टि प्रदान की गई, समस्या-समाधान और अभिनव डिजाइन को बढ़ावा दिया गया, साथ ही भविष्य के सहयोग को प्रोत्साहित किया गया। महाविद्यालय ने पेटेंट, स्टार्ट अप और इन्टर्नशिप से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए वी.आई.आई.पी.एस. के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कार्यशाला को उपाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र दुग्गल, संयोजिका डॉ. रुचि अरोड़ा और आयोजन सचिव डॉ. बिंदु रॉय, डॉ. अंकिता मोहिंद्रा, डॉ. मीनाक्षी हुड्डा व डॉ. राजकुमारी द्वारा समन्वयित किया गया।