जज्बाती एवं मेहनतकश शिक्षाविध सतीश फोगाट

जिला गुड़गांव के गांव घघौंला (घघौलां) में वर्ष 1974 में एक साधारण परिवार में जन्मे सतीश कुमार ने अपनी आरंभिक शिक्षा दसवीं गांव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की | उसके पश्चात सेकेंडरी और स्नातक की शिक्षा पाने के लिए उन्होंने फरीदाबाद शहर की ओर रुख किया | सरकारी संस्थान पाली में ओनर्स इन हिंदी ,बीऐड तथा अंग्रेजी व दर्शनशास्त्र में परास्नातक की डिग्री डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से प्राप्त की तथा ऑनर्स इन हिंदी बीएड महर्षि विश्वविद्यालय रोहतक से प्राप्त की | हरियाणा व दिल्ली सरकार में बतौर प्राथमिक अध्यापक शिक्षण कार्य किया। सन 2001 में राजीव कॉलोनी,समय पुर रोड पर फोगाट पब्लिक स्कूल के नाम से विद्यालय की शरुवात की | वर्ष 2010 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबंधित दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के तहत महिला महाविद्यालय की शुरुआत की एवं ज्यादा से ज्यादा छात्रों के माध्यम से अनेक परिवारों से जुड़ शिक्षा प्रसार के इस पुनीत कार्य के समय साथ-साथ उन्होंने अपने संस्थान की एक गौरवमई पहचान बनाई | अपने लक्ष्य की ओर लगातार अग्रसर रहे । सतीश फोगाट ने पूरी आत्मीयता और इमानदारी से इस समाज को शिक्षा देने के कार्यो की गरिमा को बनाए रखा | समाज के हर वर्ग तक शिक्षा पहुंचे और वह सहज ही इसे स्वीकार करें इस बात को ध्यान में रख उन्होंने। वाजिब फीस के साथ उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान किए जिसको समाज के लोगों ने भरपूर समर्थन के साथ-साथ सराहा भी | फोगाट पब्लिक स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित स्थान पर है जिसके पीछे उनके पिता और संस्था के चेयरमैन रणवीर सिंह का आशीर्वाद और भरपूर समर्थन रहा है। उन्होंने हमेशा उनकी हौसला अफजाई की संघर्ष की इस राह में चलते हुए उनकी धर्मपत्नी व प्रधानाचार्य निकेता सिंह ने उन्हें मुश्किल की घड़ी में भी ना केवल भरपूर सहयोग दिया बल्कि निराश नहीं होने दिया। जीवन की राह में समाज की तरफ से सदैव सतीश फौगाट को अपनों का भरपूर प्यार और सहयोग मिला यही तो ताकत थी | जिसके बल पर उन्होंने बड़ी से बड़ी चुनौतियों को स्वीकार किया और सफलता भी हासिल की उनकी ईमानदारी जिंदादिली और सच्ची भावना ने उन्हें हर वह सम्मान दिलाया जिसकी हर किसी की चाहत रहती है गांव में सबसे वृद्ध सशक्त स्वर्गीय दादा का आशीर्वाद और स्नेह से लड़खड़ाते हाथ जब उनके सर को छूते थे । उनमें असीम ऊर्जा और संघर्ष करने की क्षमता चौगुनी हो जाती थी। सतीश फोगाट के अनुसार वे किशोर न्याय बोर्ड फरीदाबाद जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के भी सदस्य रहे हैं। प्राइवेट स्कूल संघ के जिला पूर्व वरिष्ठ उपप्रधान जैसे पदों को सुशोभित कर चुके हैं। साईं कालीन सत्र में फोगाट पब्लिक स्कूल के भवन में प्रयास संस्था के सहयोग से लड़कियों के निशुल्क शिक्षा दी जाती थी जिससे अब प्रातकालीन सत्र में समायोजित किया जा चुका है.|विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़ाव उनकी खूबी है। गरीब मजलूम लोगों को सहारा देकर उनके हमकदम रहना भी उन्हें खूब अच्छा लगता है। रोटरी क्लब आफ फरीदाबाद के साल 2015 से सदस्य रहे हे । इस क्लब के माध्यम से विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं में भरपूर भागीदारी निभाते हैं। सतीश फौगाट को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया चुका हे एवं हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के द्वारा भी उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया है |
अभी हाल ही नवंबर 2019 में यूके इंग्लैंड की राजधानी लंदन में ब्रिटिश पार्लियामेंट में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया था ,अभी आने वाली 29 फरबरी 2020 को उन्होंने सेंट्रल अमेरिका पनामा स्थित “Swahili university “के द्वारा विशाखा पटनम में आयोजित डिग्री वितरण समारोह में वाईस चांसलर के द्वारा मानद पीएचडी की उपाधि से अलंकृत किया जायेगा।

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