फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डी.ए.वी. शताब्दी महाविद्यालय के बीबीए विभाग व इंस्टिट्यूशंस इनोवेशन काउंसलिंग के संयोजन से एनआईटी-3 स्थित गवर्नमेंट मॉडल संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नवाचार और उद्यमिता के महत्व पर एक प्रेरणादायक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को नवाचार की शक्ति और उद्यमिता की संभावनाओं से अवगत कराना रहा जिसके जरिये छात्र भविष्य में अपने विचारों को व्यावसायिक स्वरूप देकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें। यह कार्यक्रम महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ अर्चना भाटिया व आई.आई.सी. संयोजक एवं समग्र एसएफएस समन्वयक डॉ रूचि मल्होत्रा, बीबीए डीन डॉ निशा सिंह व विभागाध्यक्ष डॉ अंकिता मोहिंद्रा के दिशा-निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता मीनाक्षी कौशिक, डॉ स्मृति शर्मा एवं ओमिता जौहर ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज के दौर में नवाचार और उद्यमिता सिर्फ आर्थिक विकास का जरिया नहीं हैं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव का भी महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। युवाओं को अब पारंपरिक रास्तों से हटकर नए विचारों और तकनीकों पर काम करना चाहिए ताकि वे अपनी पहचान स्थापित कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों को नवाचार और उद्यमिता के विषय की मूल बातें बताईं और विद्यार्थियों को बताया कि कैसे वे अपने आइडियाज को एक सफल व्यवसाय में बदल सकते हैं। बीबीए तृतीय वर्ष के छात्र प्रतिनिधि मुदित गुप्ता व तुषार वर्मा ने इस आयोजन को सफल बनाने में विशेष सहयोग दिया। इस कार्यक्रम में लगभग पचास विद्यार्थियों ने भाग लिया।