Chandigarh (vinod vaishnav ) | दादरी सीट पर जेजेपी ने पूर्व कैबिनट मंत्री सतपाल सांगवान को उतारा है जो वहां से 5 बार चुनाव लड़ चुके हैं और दो बार विधायक रहे हैं। वहीं कैथल जिले की गुहला सीट पर वरिष्ठ नेता ईश्वर सिंह जेजेपी के उम्मीदवार होंगे जो 2008 से 2014 तक राज्यसभा सांसद रहे और 1977 में गुहला से विधायक भी बने थे। उनकी पुत्रवधू ने पिछले चुनाव में गुहला सीट पर निर्दलीय लड़कर 21 हजार वोट लिए थे। ईश्वर सिंह राष्ट्रीय एससी कमीशन के सदस्य भी रहे हैं।
जींद सीट पर महावीर गुप्ता जेजेपी के प्रत्याशी होंगे जिनके पिता मांगे राम गुप्ता इस सीट पर कुल 8 चुनाव लड़ चुके हैं और 4 बार जींद से ही विधायक बने हैं। मांगे राम गुप्ता 2005 में बनी कांग्रेस सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भी रहे। वहीं कैथल जिले की कलायत सीट पर पूर्व विधायक सतविंदर राणा को प्रत्याशी बनाया गया है जो राजौंद हलके से दो बार विधायक बने। राणा ने कालका सीट पर भी दो चुनाव लड़े हैं।
इनके साथ ही राम सिंह कोड़वा को पार्टी ने नारायणगढ़ सीट पर उम्मीदवार बनाया है जिन्होंने वहां से इनेलो की टिकट पर 2014 में चुनाव लड़ा था। राम सिंह कोड़वा जेजेपी के प्रदेश महासचिव भी हैं। कैथल सीट पर पार्टी ने गांव खुराना के मौजूदा सरपंच रामफल मलिक को टिकट दी है जो लम्बे समय से पंचायती प्रकोष्ठ से जुड़े हुए हैं। करनाल जिले की घरौंडा सीट पर जेजेपी ने पिछड़े वर्ग के नेता उमेद कश्यप को उतारा है जो इनेलो की टिकट पर 1996 में करनाल से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उमेद कश्यप फिलहाल जेजेपी के राष्ट्रीय सचिव हैं।
इसी क्रम में सोनीपत सीट पर जेजेपी ने अमित बिंदल को टिकट दी है जो शहर के लोकप्रिय समाजसेवी हैं और अपनी एनजीओ के जरिये हर रोज लगभग 500 गरीबों को भोजन करवाते हैं। जुलाना सीट पर जेजेपी ने अपने व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरजीत ढांडा को उतारा है जो एक किसान और व्यापारी हैं। नरवाना सीट पर जेजेपी के उम्मीदवार रामनिवास बाल्मिकी होंगे जो एक कर्मचारी नेता रहे हैं और क्षेत्र के जाने माने समाजसेवी हैं।
हिसार विधानसभा सीट पर जेजेपी ने युवा नेता जितेंद्र को अवसर दिया है जो एक सामाजिक व्यक्ति हैं और शहर में आम लोगों की समस्याओं को जोर शोर से उठाते रहे हैं। रोहतक जिले की गढ़ी सांपला किलोई सीट पर भी जेजेपी ने क्लिनिक चलाने वाले एक युवा डॉ संदीप हुड्डा को उतारा है जो हलके के चमारिया गांव के सरपंच भी रहे हैं। वे किलोई हलके के इनेलो अध्यक्ष भी रहे हैं और फिलहाल जेजेपी के हलका अध्यक्ष हैं। रोहतक सीट पर राजेश सैणी को उम्मीदवार बनाया गया है जो रोहतक हलके के अध्यक्ष हैं। पिछड़े वर्ग से संबंध रखने वाले राजेश सैणी अलमारी बनाने की फैक्टरी चलाते है और अजय सिंह चौटाला के मजबूत सिपाही हैं। झज्जर सीट पर जिला पार्षद नसीब वाल्मिकी जेजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे जो हलके के सबसे बड़े गांव मातनहेल के रहने वाले हैं।
कोसली सीट पर पार्टी ने यादव समाज से रामफल कोसलिया को अवसर दिया है जो फिलहाल जेजेपी के रेवाड़ी जिलाध्यक्ष हैं। गुरुग्राम जिले की पटौदी आरक्षित सीट पर दीपचंद को उतारा गया है जो चौधरी देवीलाल के समय से सक्रिय हैं और उनके साथ काम कर चुके हैं। गुरुग्राम जिले की ही बादशाहपुर सीट पर रिषी राज राणा को उम्मीदवार बनाया गया है जो गुड़गांव नगरनिगम में पार्षद रह चुके हैं और लोकप्रिय सामाजिक व्यक्ति हैं।
इसके साथ ही गुड़गांव सीट पर सूबे सिंह यादव को टिकट दी गई है जो गुड़गांव जिले के जेजेपी अध्यक्ष हैं और नगर निगम में पार्षद रह चुके हैं। पलवल सीट पर वरिष्ठ किसान नेता गयालाल चांट को पार्टी ने अवसर दिया है जो चौधरी देवीलाल के नौरत्नों में से एक कहे जाते हैं। एनआईटी फरीदाबाद सीट पर जेजेपी ने तेजपाल डागर को टिकट दी है जो जेजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी में महासचिव हैं। तेजपाल डागर भी अजय सिंह चौटाला के पुराने साथी हैं।