फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : एनआईटी तीन स्थित डीएवी शताब्दी महाविद्यालय ने अपने कैंपस में बागबानी हेतु ‘कम्पोस्ट आत्मनिर्भरता मुहिम’ चलायी। महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ अर्चना भाटिया ने स्वयं पहल करते हुए लोगों को जागरूक करने के लिए बहुत सारी घरेलू जैविक सामग्री का भी योगदान दिया।
डॉ. भाटिया ने बताया कि योजना के तहत इस तैयार कम्पोस्ट को महाविद्यालय के विभिन्न ज़मीनी पेड़-पौधों, लॉन्स में तथा गमलों में उगे पौधों में समय-समय पर प्रयोग में लाया जाएगा। इस कार्यक्रम में सभी शिक्षक तथा शिक्षकेतर स्टाफ अपने घरों से रसोई में कचरे में जाने वाली बेकार सब्जियों, फलों के छिलके, अन्य जैविक सामग्री इत्यादि कॉलेज लेकर आये। यह सारी जैविक सामग्री महाविद्यालय की कम्पोस्ट मेकिंग मशीन में डालकर कम्पोस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। प्रतिदिन पच्चीस किलो तक कम्पोस्ट बनाने की क्षमता वाली इस मशीन से कम्पोस्ट बनाने में करीब चौबीस घंटे का समय लग जाता है।
इस मुहिम के आयोजक व पर्यावरण क्लब के संयोजक डॉ नीरज सिंह ने बताया कि यह मुहिम ठोस कचरा प्रबंधन की दिशा में एक छोटा सा कदम है तथा इसका उद्देश्य ना केवल महाविद्यालय को कम्पोस्ट में आत्मनिर्भर बनाना बल्कि स्टाफ तथा छात्र छात्राओं में जैविक कचरे के सदुपयोग का भाव जगाना भी है। इस कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करने में प्रमुखता से डॉ अंजू गुप्ता, डॉ नरेंद्र दुग्गल, डॉ रुचि मल्होत्रा, सुनीता डुडेजा, जितेंद्र ढुल आदि रहे।
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