फरीदाबाद ( पिंकी जोशी ) : हिंदुओं में धार्मिक कार्यों के समय चावलों का प्रयोग किया जाता है। पूजा को अचे तरीके से करने के लिए चावलों का प्रयोग आवश्यक माना जाता है। पूजा की सामग्री में चावलों का होना बहुत ही जरूरी होता है। चावलों को अक्षत भी कहा जाता है।
आइये जानते हैं कि पूजा के दौरान चावल का इस्तेमाल क्यों किया जाता है और क्यों माना जाता है चावल का दान करना शुभ :-
- चावलों का दान करने से मनुष्य को मानसिक समस्याओं से जल्द मुक्ति मिलती है और उसका जीवन कष्ट रहित बनता है।
- पूजा कार्य में कभी भी चावलों के टुकड़ों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यह बहुत ही अशुभ माना जाता है। जाता है कि पूजा के दौरान साबुत चावलों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
- पशु -पक्षियों को चावल के दाने खिलाने से व्यापार में जल्दी सफलता मिलती है। साथ ही आपके जो भी कार्य रुके हुए होते है वो भी पूरे होते हैं।
- अनाज में चावलों को सबसे ऊपर माना जाता है इन्हे भगवान को चढ़ाने से उनकी कृपा आप के ऊपर हमेशा बनी रहती है।
- धार्मिक कार्यों में चावलों का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि इन्हे पूर्णतया का प्रतीक माना जाता है साथ ही इनका सफेद रंग शांति का प्रतीक होता है।
- अक्षत और हल्दी मिलाकर माँ लक्ष्मी को चढ़ाना भी बहुत शुभ माना जाता है इससे आपके घरों में पैसो से संबंधित समस्या नही आती है।
- चावलों का दान करने से भी बहुत से फायदे मिलते है। चावलों का दान करने वाले मनुष्य को कुंडली में होने वाले चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है।
- टूटे हुए चावलों का प्रयोग पूजा में करना इसलिए गलत माना है क्योंकि ये पूर्ण नहीं माने जाते ऐसे में इनका इस्तेमाल आपको फायदे की जगह मुसीबतों में डाल देता है।
- सोमवार के दिन भगवान शंकर की अच्छे तरीके से पूजा करने के बाद किसी जरूरमंद को चावलों का दान कर देना चाहिए। ऐसा करने से आपको भगवान शिव की कृपा मिलती है।
नोट : सभी जानकारिया सोशल मीडिया द्वारा ली गयी है।